साहित्य लहर
नये साल का नया सवेरा
सुनील कुमार
नए साल का नया सवेरा खुशियों से भर जाए
गम की काली रात कभी लौट न वापस आए।
नए अनुभवों के नए रंग से जीवन ये रंग जाए
सुख-समृद्धि और आनंद से घर-आंगन भर जाए
सूरज की नई किरणें नित्य आश नई जगाएं
फूलों की तरह हर सपना सच हो के मुस्काए।
कामयाबी के फूल खिलें आप कदम जहां बढ़ाएं
सफलता का सर्वोच्च शिखर आपको मिल जाएं
दो हजार बाइस में भारत महाशक्ति बन जाए
नव वर्ष आगमन पर यही है मंगलकामनाएं ।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमारलेखक एवं कविAddress »ग्राम : फुटहा कुआं, निकट पुलिस लाइन, जिला : बहराइच, उत्तर प्रदेश | मो : 6388172360Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
---|