साहित्य लहर

कविता : वैलेंटाइन डे

सभी के साथ मधुर रिश्ते आगे बढाइएं ईश्वर से प्रेम कीजिए लेकिन वैलेंटाइन डे के नाम पर प्यार के बहाने किसी भी लडकी के जीवन के साथ न तो खिलवाड़ करें और न ही किसी प्रकार की अश्लील हरकतें करें प्यार व इज़हार के नाम पर प्यार की मधुर डोर को कलंकित एवं शर्मिन्दा करने की कोशिश न करें #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर (राजस्थान)

वैलेंटाइन डे प्यार के इजहार का दिन है
खुशियां मनाने का अनोखा व अनूठा दिन हैं
प्यार को बांटने का एक प्यारा सा दिन है अतः
अपने वृद्ध माता-पिता से प्यार कीजिए
भाई बहन के संग प्यार से बात कीजिए

मित्र के संग मैत्री भाव से प्यार कीजिए
अपनी प्रकृति के सौंदर्य से प्यार कीजिए
हरे भरे वृक्षों से प्यार कीजिए
मूक पशु पक्षियों से प्रेम कीजिए

अपने बच्चों के संग प्यार से बात कीजिए
प्यार स्नेह के साथ अपने मित्रों और
पडौसी और रिश्तेदारों से बात कीजिए
अपनी पत्नी से मधुरता के साथ बात कीजिए

सभी के साथ मधुर रिश्ते आगे बढाइएं
ईश्वर से प्रेम कीजिए
लेकिन
वैलेंटाइन डे के नाम पर प्यार के बहाने
किसी भी लडकी के जीवन के साथ



न तो खिलवाड़ करें और न ही
किसी प्रकार की अश्लील हरकतें करें
प्यार व इज़हार के नाम पर
प्यार की मधुर डोर को कलंकित एवं
शर्मिन्दा करने की कोशिश न करें


3 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights