अपराधउत्तराखण्ड समाचार

हिंदू युवती से शादी कर चुका है मामा, नाबालिग भांजा भी चला उसी रास्‍ते पर

हिंदू युवती से शादी कर चुका है मामा, नाबालिग भांजा भी चला उसी रास्‍ते पर… देर रात तक पूछताछ के बाद पुलिस ने नाबालिग छात्राओं व दूसरे समुदाय के नाबालिग आरोपित को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया। इससे पहले उनके बनभूलपुरा थाने में कई दौर की बातचीत हुई। छात्राएं काफी डरी-सहमी थीं।

हल्द्वानी। दूसरे समुदाय के नाबालिग का मामा पूरे कांड का मास्टरमाइंड है। यह खुद हिंदू युवती को अपने प्रेमजाल में फंसाकर शादी कर चुका है। इस मामले में उसे जेल जाना पड़ा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बनभूलपुरा में रहने वाले अब्दुल समी ने वर्ष 2022 में दूसरे समुदाय की लड़की से शादी की थी। तब लड़की नाबालिग थी। स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी की।

नाबालिग को नारी निकेतन व आरोपित अब्दुल को जेल भेज दिया गया था, मगर अब्दुल ने नाबालिग का पीछा नहीं छोड़ा। उसके बालिग होते ही उसने दोबारा उससे शादी कर ली। एक नाबालिग लड़की की दूसरे समुदाय के लड़के से लव जेहाद चल रहा था। लड़के ने नाबालिग को शादी करने का झांसा दिया। मामा ने उसका साथ दिया। वह भांजे से नाबालिग की शादी करवाना चाह रहा था।

इधर, आरोपित आमिल राजपुरा क्षेत्र में तीन साल रह चुका है। यहां टाइल और पत्थर लगाने का काम करता था। उसने नाबालिग को मोबाइल व एक हजार रुपये मदद के तौर पर दिए थे। दूसरे समुदाय के नाबालिग व दोनों छात्राओं के पास रुपये खत्म हो चुके थे। इसलिए इन्होंने मोबाइल फोन को आमिल को एक हजार रुपये में बेचकर सिम तोड़ दिया था। इधर, सोमवार को मोबाइल में जैसे ही आमिल ने सिम लगाया तो पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली।

पांच दिन से मोबाइल बदायूं के बाद से बंद आ रहा था। पुलिस मोबाइल के आइएमईआइ नंबर को सर्विलांस पर लगाकर चेक कर रही थी। सोमवार रात पुलिस को मोबाइल की लोकेशन मुजफ्फर नगर में मिली। आमिल ने ही बताया कि नाबालिग दिल्ली जाने के लिए ट्रेन में सवार हुए हैं। नाबालिग के मामा आरोपित अब्दुल समी उर्फ आसिफ की भूमिका संदिग्ध है। आशंका जताई जा रही है कि वह हिंदू समुदाय की नाबालिग युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर दूसरे समुदाय में ला रहा है। पुलिस ने उसकी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है।

देर रात तक पूछताछ के बाद पुलिस ने नाबालिग छात्राओं व दूसरे समुदाय के नाबालिग आरोपित को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया। इससे पहले उनके बनभूलपुरा थाने में कई दौर की बातचीत हुई। छात्राएं काफी डरी-सहमी थीं। इसलिए कुछ बोलने को तैयार नहीं थीं। इधर, पुलिस ने छात्राओं का मेडिकल भी कराया है। अगर दुष्कर्म की पुष्टि हुई तो आरोपित पर पाक्सो व दुष्कर्म की धाराएं बढ़ेंगी।

कैमूर पर्वत समूह की विरासत


हिंदू युवती से शादी कर चुका है मामा, नाबालिग भांजा भी चला उसी रास्‍ते पर... देर रात तक पूछताछ के बाद पुलिस ने नाबालिग छात्राओं व दूसरे समुदाय के नाबालिग आरोपित को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया। इससे पहले उनके बनभूलपुरा थाने में कई दौर की बातचीत हुई। छात्राएं काफी डरी-सहमी थीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights