राष्ट्रीय समाचार

जन रामायण अखण्ड काव्यर्चना का बनेगा विश्व रिकॉर्ड

(देवभूमि समाचार)

अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय के बैनर तले आगामी 5-6 दिसम्बर को विश्व कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है।
इसके तहत जन रामायण अखंड काव्यार्चन 25 घंटे का अनवरत चलने वाला काव्यपाठ होगा जिसमे दुनिया भर के 151 से अधिक सुप्रसिद्ध रचनाकार राम और रामायण से जुडी मौलिक कविताओं का पाठ करेंगे।

कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन होगा जो 5 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से प्रारंभ होकर 6 दिसम्बर को सुबह 9 बजे सम्पन्न होगा। इस अखंड काव्यपाठ का संचालन 25 सुप्रसिद्ध एंकर करेंगे, जैसलमेर के कवि मुकेश बिस्सा और कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार-कलाकार अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम का सीधा प्रसारण साहित्योदय चैनल के माध्यम से पुरे विश्व में होगा।

भगवान श्रीराम पर मौलिक काव्यपाठ का पुरे विश्व में यह पहला और अनूठा आयोजन हो रहा है। साहित्योदय के संस्थापक सह अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष कवि पंकज प्रियम ने बताया कि अयोजन के पीछे एक महत्वपूर्ण उद्द्येश्य है की जन -जन तक भगवान श्री राम के आदर्शों की स्थापना करना है और लोगों में उनके प्रति जनजागरण लाना है।

इसी के निमित जन रामायण नामक एक अंतरराष्ट्रीय साझा महाग्रंथ का भी प्रकाशन किया जा रहा है जिसमें दुनिया के 111 रचनाकार रामायण के अलग -अलग प्रसंगो पर मौलिक सृजन कर रहे हैं. इस अनूठे महाग्रंथ का लोकार्पण अयोध्या में किया जाएगा. गौरतलब है कि साहित्योदय पिछले 3 वर्षों से साहित्य, कला, संस्कृति और समाज के लिए लगातार कार्य कर रहा है।

सिर्फ कोरोनाकाल के इन डेढ़ वर्षो में दो हजार से अधिक लोगों की प्रस्तुति हो चुकी है। साहित्योदय के सौ से अधिक देशों के लाखों चहेते हैं। दो दर्जन से अधिक देश और सभी प्रांतों में शाखाएँ कार्यरत है। इस आयोजन को सफल बनाने में तृप्ति मिश्रा, नंदिता माजी, प्रिया शुक्ला, अंकिता बाहेती, डॉ रजनी शर्मा चन्दा, गोविंद गुप्ता, डॉ मधुकर राव लरोरकर, डॉ श्वेता सिन्हा, संजय करुणेश, सुरेंद्र उपाध्याय, जैसलमेर के मुकेश बिस्सा सहित कई लोग लगे हैं


¤  प्रकाशन परिचय  ¤

Devbhoomi
From »

मुकेश बिस्सा

शिक्षक, लेखक एवं कवि

Address »
4, नवखुनिया, गांधी कॉलोनी, जैसलमेर (राजस्थान)

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights