
मुख्य बातें
- हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव पर लगी रोक हटाई
- 2 जुलाई से 5 जुलाई तक नामांकन प्रक्रिया
- पहले चरण का मतदान 24 जुलाई, दूसरा चरण 28 जुलाई को
- मतगणना 31 जुलाई को
- राज्य में आदर्श आचार संहिता प्रभावी
देहरादून | उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की नई तिथियों की घोषणा कर दी गई है। हाईकोर्ट द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर लगी रोक हटाने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने दो चरणों में पंचायत चुनाव संपन्न कराने का निर्णय लिया है।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार,
🔸 पहले चरण का मतदान – 24 जुलाई 2025
🔸 दूसरे चरण का मतदान – 28 जुलाई 2025
🔸 मतगणना – 31 जुलाई 2025 को होगी।
नामांकन प्रक्रिया और अधिसूचना
चुनाव प्रक्रिया की आधिकारिक अधिसूचना 30 जून को संबंधित जिलों के जिलाधिकारी द्वारा जारी की जाएगी।
📌 नामांकन पत्र भरने की तिथि: 2 जुलाई से 5 जुलाई तक।
📌 नामांकन पत्रों की जांच: 6 जुलाई
📌 नाम वापसी की अंतिम तिथि: 8 जुलाई
राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है, जो मतगणना तक प्रभावी रहेगी।
प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था
चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि समय पर मतदान केंद्रों की व्यवस्था, कर्मचारियों की नियुक्ति, प्रशिक्षण और सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
👉 सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासनिक विभागों की बैठकें लगातार चल रही हैं। अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर विशेष बलों की तैनाती की योजना बनाई जा रही है।
राजनीतिक हलचल तेज
चुनाव की नई तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य के ग्रामीण इलाकों में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। विभिन्न दलों, क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय संभावित प्रत्याशियों ने जनसंपर्क, वार्ड बैठकें, और प्रचार अभियान तेज कर दिए हैं। सामाजिक मुद्दों, क्षेत्रीय विकास और ग्राम पंचायत की भूमिका जैसे विषयों पर गहन चर्चा शुरू हो चुकी है।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य: मौसम और चुनौती
राज्य में बारिश के संभावित खतरे के मद्देनज़र चुनावी तैयारियों में सतर्कता बरती जा रही है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 से 48 घंटे में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन की तैयारियाँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
संपादक टिप्पणी-
पंचायत चुनाव लोकतंत्र की जड़ों को मज़बूती देने का सबसे बड़ा अवसर होते हैं। उत्तराखंड में ग्राम स्तर पर हो रहे ये चुनाव न केवल स्थानीय विकास की दिशा तय करेंगे, बल्कि जनता और सरकार के बीच संवाद की गुणवत्ता भी दर्शाएंगे। मतदाता, प्रत्याशी और प्रशासन – सभी से यह अपेक्षा है कि वे चुनाव को सच्चे लोकतांत्रिक उत्सव की तरह संपन्न कराएं।