न बस मिली न रेलगाड़ी, दीवाली पर यात्री परेशान

धनतेरस के दिन सुबह से शाम तक रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर हालात ये हो गए कि बसों और ट्रेनों में पांव रखने की जगह तक नहीं बची।
देहरादून। भारतीय हिन्दू परंपरानुसार दिवाली का पर्व बहुत बड़ा पर्व है। जिसे परिवार संग मनाने के लिए जाने वालों की भारी भीड़ ट्रेनों और बसों में उमड़ रही है। रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी परिसर के बाहर से अंदर तक लोगों को सीट के लिए मशक्कत करना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी लोग स्टेशनों तक ही सीमित हैं।
हालांकि लोगों की सुविधाओं के लिए अतिरिक्त बसें और ट्रेनें चलाई गई हैं। लेकिन दीवाली के पर्व पर ऐसा लगता है कि सारे हिन्दुस्तान की जनता उमड़ आई हो। इसीलिए ट्रेन और बसों की कमी होना लाजिमी है, जिस कारण यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
ऐसा नहीं है कि सरकार इस मामले में कुछ नहीं कर रही है। लेकिन जितने साधन होंगे, उससे ज्यादा सरकार भी नहीं कर सकती है। जितनी भी गाड़ियां मुहैया हो पा रही हैं, वो खचाखच भरी हुयी हैं। इसके बावजूद भी बसों में जहां अंदर घुसने के लिए लोगों को जगह नहीं मिल रही, वहीं ट्रेनों में बाथरूम में बैठकर सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
बहरहाल, यात्रियों की बेइंत्तहा भीड़ को देखते हुए परिवहन निगम सभी बसें के अतिरिक्त फेरे भी लगवा रहा है, लेकिन लोगों का दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। धनतेरस के दिन सुबह से शाम तक रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर हालात ये हो गए कि बसों और ट्रेनों में पांव रखने की जगह तक नहीं बची।
बाहर जाने वाले लोग ट्रेनों में सवार हुए। ऐसे लोग भी सफर कर रहे थे, जिनके पास आरक्षित टिकट नहीं थे।
कुछ दिन के लिए घर जाने वाले लोग साथ सामान भी ले जा रहे हैं, जिससे उनको और भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन पर हालात ऐसे थे कि लोगों को प्लेटफार्म टिकट भी नहीं मिल पाए, जिससे उन्हें बाहर से ही लौटना पड़ा।