फीचर

बाल दिवस : देश के भविष्य की स्थिति…?

बाल दिवस : देश के भविष्य की स्थिति…? इन सब क्रियाकलापों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। ‘बाल दिवस’ मनाने का असल उद्देश्य भी यही है। देश के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरु का जन्मदिवस भी 14 नवंबर है।

छाया व विवरण : ओम प्रकाश उनियाल

बच्चे राष्ट्र का भविष्य होते हैं। उनका बचपन सही तरीके से संवारा जाना जरूरी है। उनकी बेहतर शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य, संस्कारों व अधिकार बहुत जरूरी हैं, क्योंकि उनसे देश कई उम्मीदें बांधे रहता है।

इन सब क्रियाकलापों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। ‘बाल दिवस’ मनाने का असल उद्देश्य भी यही है। देश के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरु का जन्मदिवस भी 14 नवंबर है।

उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था। बच्चे भी उन्हें चाचा नेहरु कहकर पुकारते थे। बाल दिवस भी इसी दिन मनाया जाता है। बच्चों का भविष्य सही तरीके से संवारने की सोच का अनुसरण आज कितना हो रहा है। इस प्रकार की तस्वीरों से बयां होता है?


¤  प्रकाशन परिचय  ¤

बाल दिवस : देश के भविष्य की स्थिति...? इन सब क्रियाकलापों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। 'बाल दिवस' मनाने का असल उद्देश्य भी यही है। देश के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरु का जन्मदिवस भी 14 नवंबर है।
From »

ओम प्रकाश उनियाल

लेखक एवं कवि

Address »
बंजारावाला, देहरादून (उत्तराखण्ड)

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

बाल दिवस : देश के भविष्य की स्थिति...? इन सब क्रियाकलापों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। 'बाल दिवस' मनाने का असल उद्देश्य भी यही है। देश के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरु का जन्मदिवस भी 14 नवंबर है।

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। देवभूमि समाचार में हर श्रेणी के समाचारों का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें मुख्य रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, राजनैतिक, समसामयिक और अपराधिक समाचारों को प्रकाशित किया जाता है।

देवभूमि समाचार, हिन्दी समाचार पोर्टल में पत्रकारों के समाचारों और आलेखों को सम्पादन करने के बाद प्रकाशित किया जाता है। इस पोर्टल में अनेक लेखक/लेखिकाओं, कवि/कवयित्रियों, चिंतकों, विचारकों और समाजसेवियों की लेखनी को भी प्रकाशित किया जाता है। जिससे कि उनके लेखन से समाज में अच्छे मूल्यों का समावेश हो और सामाजिक परिवेश में विचारों का आदान-प्रदान हो। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights