मोदी ने काशी को नव्य और भव्य रुप में लौटाया
अशोक शर्मा
गया, बिहार। चारसौ साल से मुक्ति की प्रतीक्षा में अपलक टकटकी लगाए हिंदू स्वाभिमान की अति प्राचीन दिव्य नगरी काशी विश्वनाथ धाम को मोदी जी ने आज नव्य और भव्य रूप में साठ अन्य मंदिरों को संरक्षित करते हुए पुनर्निर्माण कर लौटाया है, धन्यवाद के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है मुगल शासकों की क्रूरता एवं मंदिरों की विध्वंस की कड़ी में शिकार बाबा विश्वनाथ का वैभव काशी विश्वनाथ धाम के रूप में देश को लौटया है
इस ऐतिहासिक अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान एवं कौटिल्य मंच से जुड़े तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों साहित्यकारों राजनीति से क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों ने आदर के साथ धन्यवाद ज्ञापित करते हुए हार्दिक आभार प्रकट किया है।
उनमें प्रमुख लोगों में बिहार के जाने माने साहित्यकार आचार्य राधा मोहन मिश्र माधव मगध विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष रहे प्रोफेसर उमेश चंद्र मिश्र शिव एवं डॉ बीएन पांडेय राम सिंहासन सिंह डॉ रामेश्वर त्रिपाठी प्रोफेसर रीना सिंह अनिशा आकांक्षा कटरियार शेफाली मिश्रा वैद्य देवेंद्र पाठक रामा ज्ञान सिंह शांति देवी आदि प्रमुख हैं।
उनमें प्रमुख लोगों में श्रवण नारंगी दास कौशल्यां देवी फूल कुमारी यादव दिलीप संतन मांझी रामकुमार सिंह देव कुमार सिंह प्रमोद प्रसाद डॉ गीता विश्वकर्मा समाजसेवी रामदेव यादव नथुन यादव डॉक्टर हरदेव यादव रघुवंश नारायण सिंह श्री केबल सिंह विदेश सिंह अंशु प्रतिमा दास वैष्णवी मांडवी गुर्दा अनंत मराठे रंजीत पाठक पवन मिश्रा देवेंद्र नाथ डॉक्टर ज्ञानेश डॉक्टर मंटू मिश्रा गौतम जी स्वामी बृजेंद्र आदि प्रमुख हैं।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »अशोक शर्मादेवभूमि ब्यूरो चीफ, गयाAddress »बाराचट्टी, गया, बिहारPublisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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