राष्ट्रीय समाचार

स्मृति शेष : समाज सेवा को समर्पित रामप्यारी का निधन

स्मृति शेष : समाज सेवा को समर्पित रामप्यारी का निधन… उनके चेहरे पर कभी भी क्रोध की झलक नहीं देखी गई। यही वजह है कि उन्होंने परिवार को एक वटवृक्ष की तरह बनाए रखा। जीवन में अनेक उतार चढ़ाव, कठिनाइयां आई, लेकिन उन सभी का धैर्य और सहनशीलता के साथ के साथ सामना कर किसी को उनका आभास तक नही होने दिया। #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान

जोधपुर से प्रकाशित मारवाड रा पूत पाक्षिक समाचार पत्र के प्रकाशक और प्रधान सम्पादक लालचंद संखवाया की धर्मपत्नी रामप्यारी का शनिवार 1 जून 2024 को निधन हो गया। वे कुछ समय से बीमार थी और उनका उपचार चल रहा था वे सदैव समाज सेवा को समर्पित रही।

धर्म-कर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था थी। वे बडी ही मिलनसार और हंसमुख स्वभाव की थी। उनका स्वभाव ही ऐसा था कि कोई एक बार उनके सम्पर्क में आ जायें तो फिर कभी साथ नही छोडता था। चूंकि दया, करूणा, ममता, वात्सल्य और प्रेम भाव की वह प्रति मूर्ति थी।

उनके चेहरे पर कभी भी क्रोध की झलक नहीं देखी गई। यही वजह है कि उन्होंने परिवार को एक वटवृक्ष की तरह बनाए रखा। जीवन में अनेक उतार चढ़ाव, कठिनाइयां आई, लेकिन उन सभी का धैर्य और सहनशीलता के साथ के साथ सामना कर किसी को उनका आभास तक नही होने दिया।

उस दिव्य आत्मा के चरणों में सादर नमन।
सौम्यता उनकी सुगंध थी,
आनंद उनका जीवन था
सत्कर्म उनकी शोभा और
परोपकार उनका कर्तव्य था

कविता : सावन


स्मृति शेष : समाज सेवा को समर्पित रामप्यारी का निधन... उनके चेहरे पर कभी भी क्रोध की झलक नहीं देखी गई। यही वजह है कि उन्होंने परिवार को एक वटवृक्ष की तरह बनाए रखा। जीवन में अनेक उतार चढ़ाव, कठिनाइयां आई, लेकिन उन सभी का धैर्य और सहनशीलता के साथ के साथ सामना कर किसी को उनका आभास तक नही होने दिया। #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights