साहित्य लहर
बदलता भारत
महेश राठौर सोनू
देखो देखो लोकतंत्र पर सरकारी राज हो गया
अब अपना इलाहाबाद भी प्रयागराज हो गया
लखनऊ का नाम भी तो बदलना था जनाब
यह भी तो नवाबों का शहर हो गया
देखो देखो लोकतंत्र पर सरकारी राज हो गया
मुगलसराय का दीनदयाल उपाध्याय हो गया
भोपाल का हबीबगंज कमलापति बन गया
सरदार पटेल ऊंचे बना दिए गए नेहरू से
कुछ नहीं बोलना बोलना तो विकास हो गया
देखो देखो लोकतंत्र पर सरकारी राज हो गया
नाम बदलना क्या इतना ही जरूरी हो गया
एक स्टेडियम का नाम राजीव से मोदी हो गया
भीख में थी आजादी अब देश आजाद हो गया
देखो देखो लोकतंत्र पर सरकारी राज हो गया
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »महेश राठौर सोनूलेखक एवं कविAddress »गाँव राजपुर गढ़ी, जिला मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेशPublisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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