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मॉल जब भी जाएं, थैला साथ ले जाएं

मॉल जब भी जाएं, थैला साथ ले जाएं… माल से लिए गए ये थैले इतनी बेहतर क्वालिटी के भी नहीं होते कि हम इनका कई बार उपयोग कर सकें। घर पर सामान ले जाने के बाद हम इन थैलों को इधर-उधर फेंक देते हैं और जब कभी दोबारा माल जाते हैं तो सामान रखने के लिए दोबारा थैला खरीदते हैं। #सुनील कुमार, बहराइच, उत्तर प्रदेश

साथियों इन दिनों छोटे-बड़े सभी शहरों में शॉपिंग मॉल का बोलबाला है। छुट्टियों में लोग अक्सर मॉल में खरीदारी के लिए जाते हैं और वहां जमकर खरीदारी करते हैं। प्रायः देखा जाता है कि सप्ताह के अंत तथा त्योहारों से पहले ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए मॉल में विभिन्न प्रकार के ऑफर चलाएं जाते हैं। इन लुभावने ऑफर्स के चक्कर में पड़कर लोग उन चीजों की भी खरीदारी कर लेते हैं जिनकी उन्हें उस समय कोई विशेष आवश्यकता नहीं होती।

ऐसे में अनावश्यक खर्च तो बढ़ता ही है साथ ही साथ सामान का बोझ भी बढ़ जाता है। आपने एक बात गौर की होगी, कि मॉल जाते समय अक्सर लोग अपने साथ सामान रखने के लिए कोई थैला नहीं ले जाते। जबकि छोटी- बड़ी हर खरीददारी के बाद सामान रखने के लिए थैले की आवश्यकता पड़ती है, ऐसे में हमें मजबूरन मॉल से थैला खरीदना पड़ता हैं। सामान की अधिकता होने के कारण अक्सर एक थैले से काम भी नहीं चलता और हमें मजबूरन तीन-चार थैले लेने पड़ते हैं।

माल से लिए गए ये थैले इतनी बेहतर क्वालिटी के भी नहीं होते कि हम इनका कई बार उपयोग कर सकें। घर पर सामान ले जाने के बाद हम इन थैलों को इधर-उधर फेंक देते हैं और जब कभी दोबारा माल जाते हैं तो सामान रखने के लिए दोबारा थैला खरीदते हैं। ऐसा हम महीने में कई बार करते हैं। इन थैलों को इधर-उधर फेंकने से पैसों की बर्बादी तो होती ही है साथ ही साथ हमारा पर्यावरण भी प्रदूषित होता है।

अब आप सोचिए कि अगर आप महीने में दो-तीन बार भी मॉल जाते हैं और सामान खरीदने के लिए दो-तीन थैले खरीदते हैं तो इस तरह आप साल में सैकड़ों रूपए थैलों की खरीदारी पर खर्च करते हैं। अतः अगली बार आप जब भी मॉल जाएं तो साथ में थैला अवश्य ले जाएं तथा एक बात का और ध्यान रखें, मॉल से वही सामान खरीदें जिनकी आपको आवश्यकता है। लुभावने ऑफर्स के चक्कर में पड़कर फिजूलखर्ची कतई न करें। ऐसा करके आप साल में अच्छी खासी पूंजी बचाने के साथ-साथ अपने पर्यावरण को भी दूषित होने से बचा सकते हैं।

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मॉल जब भी जाएं, थैला साथ ले जाएं... माल से लिए गए ये थैले इतनी बेहतर क्वालिटी के भी नहीं होते कि हम इनका कई बार उपयोग कर सकें। घर पर सामान ले जाने के बाद हम इन थैलों को इधर-उधर फेंक देते हैं और जब कभी दोबारा माल जाते हैं तो सामान रखने के लिए दोबारा थैला खरीदते हैं। 

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