कविता : मतदान करें, कल्याण करें
फायदा में नेता जनता को बेवकूफ बनाया रखता हैं। मतदाता रोड़ पर सोता और रोजगार के हेतु रोता है। नेता जी अपनी गाड़ी बांग्ला परिवार सजाए रखता हैं। जनता रकम व मतदान से जनता पर शासन करता है। #सत्येन्द्र कुमार पाठक
उलझनों की खेती में जनता को नेता रखता है,
जाति कर्म जनसंख्या संप्रदाय का कार्य करता है।
नौकरी,शिक्षा और बेरोजगारी की आवाज देता है,
गरीब को गरीबी हटाने का नारा का मुद्दा रखा हैं।
मंच पर बोलता वाणी से अज्ञानी जनता लड़ती है,
नेता की बनती दो-तीन पेंशन, कर्मी का बंद होती है।
फायदा में नेता जनता को बेवकूफ बनाया रखता हैं।
मतदाता रोड़ पर सोता और रोजगार के हेतु रोता है।
नेता जी अपनी गाड़ी बांग्ला परिवार सजाए रखता हैं।
जनता रकम व मतदान से जनता पर शासन करता है।
मतदाता पहचान का अपने कल्याण हेतु मतदान करे,
राष्ट्र, समाज और परिवार को मतदान कर सुरक्षित रहें।
अच्छा चुनना व विश्वास और विकास हेतु मतदान करे।