उत्तराखण्ड समाचारराजनीति

प्रत्याशियों की परीक्षा लेकिन मंत्री-विधायकों को भी होना होगा पास

हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में 14 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से छह सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। इन सीटों में धर्मपुर सीट पर निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल अब भाजपा में हैं। इसी तरह ऋषिकेश में चुनाव लड़े कनक धनै भी भाजपा में हैं।

देहरादून। लोकसभा चुनाव की पांचों सीटों पर भाजपा के पांचों प्रत्याशियों के साथ सरकार के मंत्रियों और पार्टी विधायकों का भी इम्तिहान है। परीक्षा उन पूर्व विधायकों की भी है, जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। चुनाव में पार्टी यह देखेगी कि भाजपा में आने के बाद पूर्व विधायकों ने पार्टी प्रत्याशियों को कितना फायदा दिलाया।

हालांकि, भाजपा पांचों सीटों पर अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है और उसने हर सीट पर 75 प्रतिशत वोट का लक्ष्य हासिल किया है, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव की तुलना में पार्टी का यह लक्ष्य काफी बड़ा है। वर्तमान में पार्टी के 47 विधायक हैं। इनमें सात धामी सरकार में मंत्री हैं। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने इन विधायकों की चुनाव सक्रियता और प्रदर्शन की परख करने के लिए पर्यवेक्षक भी लगाया है।

परीक्षा सातों मंत्रियों की भी है। अकेले गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत और सुबोध उनियाल पर पार्टी प्रत्याशी को अपने चुनाव क्षेत्र और उसके बाहर बढ़त दिलाने का दारोमदार है। हरिद्वार सीट पर प्रेमचंद अग्रवाल और टिहरी सीट पर गणेश जोशी, अल्मोड़ा सीट पर रेखा आर्य और नैनीताल सीट पर सौरभ बहुगुणा के दमखम की भी परीक्षा होगी।

टिहरी संसदीय सीट की 14 में से 11 सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के साथ ही इन 11 विधायकों का भी इम्तिहान है। भाजपा ने अपने सभी विधायकों को विधानसभा चुनाव से अधिक वोट पार्टी प्रत्याशी को दिलाने का लक्ष्य दिया है। पुरोला में पूर्व विधायक मालचंद, गंगोत्री में विजय पाल सिंह सजवाण और टिहरी दिनेश धनै के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके दमखम को भी परखा जाएगा। तीनों से पार्टी को 60 से 80 फीसदी तक मत हासिल होने की उम्मीद है।

टिहरी सीट में भाजपा विधायक व मत प्रतिशत

पुरोलादुर्गेश्वर लाल53.95
गंगोत्रीसुरेश सिंह चौहान49.66
घनसालीशक्ति लाल शाह42.09
टिहरीकिशोर उपाध्याय42.28
धनोल्टीप्रीतम पंवार4.22
विकासनगरमुन्ना सिंह चौहान50.04
सहसपुरसहदेव सिंह पुंडीर50.86
रायपुरउमेश शर्मा काऊ60.15
राजपुर रोडखजानदास53.62
देहरादून कैंटसविता कपूर59.16
मसूरीगणेश जोशी56.49

गढ़वाल सीट पर 13 विधायक भाजपा के, कांग्रेस खाली

गढ़वाल संसदीय सीट पर भाजपा के 13 विधायक हैं। बदरीनाथ सीट कांग्रेस के पास थी। विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफे के बाद बदरीनाथ सीट खाली हो गई है। भंडारी अब भाजपा में हैं। चुनाव में बनी यह परिस्थितियां भाजपा के पक्ष में तो है, लेकिन कहीं न कहीं हर विधायक पर अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में 2022 के चुनाव से बेहतर प्रदर्शन का दबाव भी है। पार्टी ने उन्हें चुनाव क्षेत्र में बढ़त दिलाने का लक्ष्य दिया है। संसदीय सीट में चौबट्टाखाल सीट पर कांग्रेस के टिकट पर लड़े केसर सिंह नेगी, श्रीनगर से यूकेडी से लड़े मोहन काला, पौड़ी से नवल किशोर, यमकेश्वर से शैलेंद्र सिंह रावत, केदारनाथ में कुलदीप सिंह रावत भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उनके आने से पार्टी के वोट प्रतिशत में कितनी बढ़ोतरी हुई, यह भी देखा जाएगा। लैंसडौन में कांग्रेस से चुनाव लड़ी अनुकृति गुसाईं भी पार्टी छोड़ चुकी हैं।

हरिद्वार में विधायकों और पूर्व विधायकों की परीक्षा

हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में 14 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से छह सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। इन सीटों में धर्मपुर सीट पर निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल अब भाजपा में हैं। इसी तरह ऋषिकेश में चुनाव लड़े कनक धनै भी भाजपा में हैं। इस सीट पर पार्टी के कई पूर्व विधायकों का भी इम्तिहान होगा। 2022 के विधानसभा चुनाव भाजपा को सबसे अधिक नुकसान हरिद्वार जिले में ही हुआ था। चुनाव में घटकर तीन सीटें रह गईं। 2017 में भाजपा के पास 11 में आठ सीटें थीं। इस लिहाज से हरिद्वार लोस में भाजपा को जिताने का दारोमदार सिर्फ विधायकों का ही नहीं, पूर्व विधायकों का भी है।

हरिद्वार सीट पर भाजपा विधायक व मत प्रतिशत

हरिद्वार संसदीय सीट की 14 विस सीटों में से भाजपा के पास छह सीटें हैं। 2022 के लोस चुनाव में भाजपा को इस चुनाव क्षेत्र में खास कर हरिद्वार जिले नुकसान हुआ था।

धर्मपुरविनोद चमोली49.25
डोईवालाबृज भूषण गैरोला57.12
ऋषिकेशप्रेमचंद अग्रवाल50.04
हरिद्वारमदन कौशिक55.45
बीएचईएल रानीपुरआदेश चौहान50.61
रुड़कीप्रदीप बतरा48.21

अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट : नौ विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर

अल्मोड़ा पिथौरागढ़ संसदीय सीट पर भी पार्टी प्रत्याशी के साथ पार्टी के नौ विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। इस संसदीय सीट में चंपावत सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी सदस्य हैं। सभी विधायकों पर अपने-अपने चुनाव क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी को बढ़त दिलाने का दबाव है।

डीडीहाटबिशन सिंह चुफाल37.69
गंगोलीहाटफकीर राम55.65
कपकोटसुरेश गढि़या48.83
सल्टमहेश जीना49.95
रानीखेतप्रमोद नैनवाल50.05
सोमेश्वररेखा आर्य52.09
जागेश्वमोहन सिंह52.04
चंपावतपुष्कर सिंह धामी92.09
बागेश्वरपार्वती दास50.70

नैनीताल-यूएस नगर में भी नौ विधायकों की भी परीक्षा

नैनीताल-यूएस नगर में भी भाजपा के नौ विधायकों का इम्तिहान है। इस सीट पर भी विधायकों को 2022 की तुलना में भाजपा को अधिक वोट दिलाने का दबाव रहेगा। पार्टी ने हर सीट ए बी और सी श्रेणी में रखा है। इसी कसौटी पर विधायकों का प्रदर्शन आंका जाएगा।

लालकुआंडॉ. मोहन सिंह बिष्ट53.23
भीमतालराम सिंह कैड़ा38.69
नैनीतालसरिता आर्य52.19
कालाढुंगीबंशीधर भगत57.34
जसपुरआदेश सिंह चौहान43.81
काशीपुरत्रिलोक सिंह चीमा42.79
गदरपुरअरविंद पांडे48.49
रुद्रपुरशिव अरोड़ा45.69
सितारगंजसौरभ बहुगुणा44.81

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights