साहित्य लहर

त्वचादान : समतुल्य जीवनदान

डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका)

त्वचादान होता समतुल्य नवीन जीवनदान।
ला सकता किसी के जीवन में मधुर मुस्कान।।
त्वचादान है अनुपम अमूल्य जीवन का उपहार।
बिखेर सकता जीवन में खुशियों का नवीन संसार।।
त्वचा होती शरीर की सुरक्षा का आवरण।
आपके दान से कोई जीत सकता जीवन का रण।।
त्वचादान है पीड़ित के लिए एक आशावादी चमत्कार।
तो क्यों न करे किसी जरूरतमन्द का जीवन साकार।।
त्वचादान किया जा सकता निश्चित समय के भीतर।
अनायास देता यह आशाओं का समुंदर।।
त्वचादान के प्रति जागरूकता का करना है संचार।
समाज को इस दिशा में करना है वृहद सोच का विस्तार।।
त्वचादान में मिलकर देना है सक्रिय भागीदारी।
मानवता के हित में कार्य करना है हम सबकी ज़िम्मेदारी।।
त्वचादान की जानकारी का करना है प्रचार-प्रसार।
तभी होगा देश में सच्ची मानव सेवा का विस्तार।।
जरूरतमंदों के लिए त्वचादान है सुंदर विकल्प।
देश की खुशहाली में ले त्वचादान का दृढ़ संकल्प।।
ब्लडग्रुप जाँच की नहीं है इसमें आवश्यकता।
त्वचादान की प्रक्रिया में है अत्यंत सरलता।।
त्वचादान में है भारत देश बहुत पिछड़ा।
अंधविश्वासों और रूढ़ियों का द्वंद यहाँ है छिड़ा।।
त्वचादान में उम्र नहीं बनेगी बाध्य।
अंग का प्रत्यारोपण है सहज, सरल और साध्य।।
त्वचादान है कई समस्याओं का हल।
आपका निःस्वार्थ दान बदल सकता किसी का कल।।
जलने-झुलसने की समस्या से झुंझते अनेक।
त्वचादान कर उदारता के भाव से बढ़ाए एक कदम नेक।।
कई संगठन चला रहे देश भर में जागरूकता अभियान।
डॉ. रीना कहती हमें भी मिलकर करना है त्वचादान का आह्वान।।

प्रेषक: रवि मालपानी, सहायक लेखा अधिकारी, रक्षा मंत्रालय (वित्त) * 9039551172

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