आतंक के गढ़ में आर्थिक मंदी
ओम प्रकाश उनियाल
पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो हमेशा से ही आतंकवाद और आतंकियों को बढ़ावा देता आया है। न जाने कितने आतंकियों को अपनी शरण में बिठाया हुआ है उसने। सीधे शब्दों में ‘आतंक का गढ़’ कहा जाए तो इसमें कई दो राय नहीं होगी। आतंक और आतंकियों के बलबूते पर पाक चल रहा है।
जिनका सबसे ज्यादा इस्तेमाल वह भारत के खिलाफ करता आ रहा है। कूटनीति रचकर कुचालें चलना उसकी फितरत बन चुकी है। पड़ोसी मुल्क होने के नाते भारत उससे मित्रता निभाता आ रहा है, लेकिन वह भारत के विरुद्ध जहर उगलता रहता है। पाक की सच्चाई किसी देश से नहीं छिपी हुई है।
उसके नापाक इरादों से सब भलीभांति परिचित हैं। महंगाई, गरीबी, भुखमरी वहां चरम पर है। आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है यह देश। इसका खजाना खत्म होने के कगार पर है। श्रीलंका से भी बदतर हालात होने वाले हैं पाक के। चीन की नजर श्रीलंका की तरह पाक पर भी गढ़ी हुई है। बस, मौके की तलाश में है।
संविधान, कानून, धर्म व मानवता नाम की कोई चीज नहीं है। सियासी जंग जमकर चल रही है। अपदस्थ प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान खान व वर्तमान प्रधानमंत्री शाहबाज की यह जंग पाक को कहीं का नहीं छोड़ेगी।
पाक की सबसे बड़ी ताकत यासीन मलिक को जेल की सलाखों में कैद करने से तिलमाया हुआ है पाकिस्तान। उसे पाकिस्तान का रहनुमा बताने वाला पाक उसकी रिहाई करने की बात कर रहा है। ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ व ‘रस्सी जल गयी पर बल नहीं गया’ जैसी कहावतें पाक पर सही चरितार्थ हो रही हैं।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड) | Mob : +91-9760204664Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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