कूनो नेशनल पार्क में चीता पवन की नाले में डूबने से मौत
कूनो नेशनल पार्क में चीता पवन की नाले में डूबने से मौत… नेशनल पार्क के अंदर एक बरसाती नाले में झाड़ियों के बीच पवन का शव मिला है. जब अधिकारियों ने उसे देखा तो पवन पूरी तरह से हलचल बंद कर चुका था. वह नाले में पड़ा था. उसे निकालकर जांच की गई तो पवन की मौत हो चुकी थी. अधिकारियों ने बताया कि…
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई है. अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया है कि पार्क के अंदर नामिबियाई चीता पवन की लाश एक बरसाती नाले में पड़ी मिली है. बताया जा रहा है कि पवन की मौत पानी में डूबने की वजह से हुई है. फिलहाल उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. वहीं पवन की मौत के बाद से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. कुछ दिन पहले ही पार्क में एक शावक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों के मुताबिक चीता पवन इकलौता नर चीता था जिसे बाड़े से बाहर खुले जंगल में छोड़ा गया था. जंगल में पवन की सभी गतिविधियों पर वन विभाग के अधिकारी नजर रख रहे थे. मंगलवार को जब वन विभाग की टीम ने उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की तो काफी देर तक पवन का मूवमेंट दिखाई नहीं दिया. जिसके बाद उसकी तलाश की गई.
नेशनल पार्क के अंदर एक बरसाती नाले में झाड़ियों के बीच पवन का शव मिला है. जब अधिकारियों ने उसे देखा तो पवन पूरी तरह से हलचल बंद कर चुका था. वह नाले में पड़ा था. उसे निकालकर जांच की गई तो पवन की मौत हो चुकी थी. अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश की वजह से नाला पूरी तरह से भरा हुआ था. शुरुआती जांच करने पर पता चला है कि पवन को कोई एक्सटरनल चोट नहीं लगी है. इसलिए डूबने की वजह से ही पवन की मौत हुई है.
कूनो नेशनल पार्क में अभी तक कुल 13 चीतों की मौत हो चुकी है जिसमें अगर पवन को भी गिना चाए तो 5 शावक और 8 वस्यक शामिल है. 5 अगस्त को भी एक शावक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मादा चीता गामिनी ने मार्च के महीने में 6 शावकों को जन्म दिया था. एक शावक की मौत तभी हो गई थी. जिसके बाद एक शावक की मौत 5 अगस्त को हुई है. शावक के बारे में बताया गया था उसकी रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ था जिसका इलाज चल रहा था. इसी दौरान उसकी मौत हो गई थी.
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