महंगाई की मार
ओम प्रकाश उनियाल
महंगाई की मार से आज विश्व के कई देश जूझ रहे हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एकदम से वृद्धि होने से तमाम वस्तुओं पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। ताजा उदाहरण श्रीलंका है। जहां कि नागरिक मजबूरन सड़कों पर उतर रहे हैं। बुनियादी चीजों की भारी किल्लत है।
देश की आर्थिक-व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है। कंगाल हो चुका है श्रीलंका। सरकार की गलत नीतियों के चलते यह देश गरीबी के दौर से गुजर रहा है और अन्य देशों से मदद की गुहार लगा रहा है। इस देश को गर्त में ले जाने वाला चीन है। चीन छोटे-छोटे अपने पड़ौसी देशों में निवेश करता है।
मदद के बहाने धीरे-धीरे उन्हें कर्ज में डुबोने की चाल चलता है। ताकि आने वाले समय में ये देश अपने बलबूते पर न उभर न पाएं। नेपाल, पाकिस्तान, मालद्वीप, बांगलादेश जैसे देश उसके चंगुल में फंसे हुए हैं। इन देशों का विकास करने के बहाने वह भारत के करीब पहुंचने की फिराक में रहता है।
पाकिस्तान में भी श्रीलंका जैसा दौर चला था। जब महंगाई से हा-हाकार मचा था। पेरु में भी महंगाई की मार के कारण नागरिक सड़कों पर प्रदर्शन करने को उतरे हुए हैं। महंगाई से भारत भी दो-चार हो रहा है। लेकिन भारत सरकार की कुशल रणनीति और योजनाओं के कारण ऐसी स्थिति आज तक नहीं बनी और ना ही निकट भविष्य में बनेगी।
क्योंकि भारत स्व-निर्भर है। आपदा में हरेक की मदद करता है। चाहे शत्रु देश ही क्यों न हो। श्रीलंका को भी भारत मदद पहुंचाने में पीछे नहीं है। श्रीलंका में यदि यही हालात बने रहे तो यह देश जल्द ही किसी अन्य देश के अधीन हो जाएगा।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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