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यूट्यूब से सीखा महिला की आवाज निकालना, सात लड़कियों का किया दुष्कर्म

यूट्यूब से सीखा महिला की आवाज निकालना, सात लड़कियों का किया दुष्कर्म, आरोपी बृजेश ने यूट्यूब की मदद से आवाज बदलकर बात करना सीखा। फिर उसने रंजना मैडम के नाम से स्कॉलरशिप दिलाने के लिए लड़कियों को फोन पर बुलाया। फिर सुनसान जगह पर लड़कियों को बारी-बारी से बुलाया। एक लड़के के साथ जाने के लिए कहा जाता था। लड़का वहां पहुंचकर लड़की को उठाता था और फिर किसी अनजान जगह में ले जाकर तीनों आरोपी दुष्कर्म करते थे।

सीधी। सीधी जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। वॉइस बदलने के एप का इस्तेमाल कर महिला की आवाज में बात की। फिर आदिवासी लड़कियों को बुलाया और एक-एक कर उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। अब तक पिछले छह माह में सात छात्राओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़ित छात्राओं की संख्या 15 भी हो सकती है।

मामला सीधी जिले के मझौली थाना क्षेत्र का है। अब तक चार छात्राओं ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। आरोपी कथित तौर पर मैजिक वॉयस एप से अपनी आवाज बदलता और आदिवासी लड़कियों को फोन करता था। खुद को टीचर बताता था। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच आगे बढ़ने पर पीड़ितों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस आईजी रीवा महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति और उसके साथी राहुल तथा संदीप प्रजापति को पुलिस ने पकड़ लिया है। वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। पूछताछ भी की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि चार छात्राओ ने मझौली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। अभी उसके अलावा कई अन्य छात्राओं के सामने आने की भी बात निकलकर सामने आई है।

आरोपी बृजेश ने यूट्यूब की मदद से आवाज बदलकर बात करना सीखा। फिर उसने रंजना मैडम के नाम से स्कॉलरशिप दिलाने के लिए लड़कियों को फोन पर बुलाया। फिर सुनसान जगह पर लड़कियों को बारी-बारी से बुलाया। एक लड़के के साथ जाने के लिए कहा जाता था। लड़का वहां पहुंचकर लड़की को उठाता था और फिर किसी अनजान जगह में ले जाकर तीनों आरोपी दुष्कर्म करते थे। इस तरह की एक बार नहीं कई बार हुई है। अब तक सात छात्राओं के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने की बात सामने आई है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक पिछले छह माह में आरोपियों ने अब तक 15 से अधिक छात्राओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। घटना को अंजाम देने के बाद बृजेश लड़कियों को डरा-धमकाकर छोड़ देता था। खुद को बचाने के लिए मोबाइल तोड़ देता था।

इस मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि “सीधी जिले के मझौली थाना में आदिवासी छात्राओं से स्कॉलरशिप देने का लालच देकर गलत कार्य करने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। ऐसा निंदनीय कार्य करने वाले समाज के दुश्मन हैं। आरोपी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करने और ठोस साक्ष्य संकलित करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। जो संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा।”

सीएम के निर्देश का पालन करते हुए रीवा जोन के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने इस मामले में कुसमी एसडीओपी रोशनी सिंह ठाकुर के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल गठित किया है। इस टीम में मझौली थाना प्रभारी दीपक सिंह बघेल, एसआई प्रीति वर्मा, एसआई केदार परौहा, एसआई दिव्य प्रकाश त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक महेंद्र पाटले, आरक्षक विवेक द्विवेदी, आरक्षक प्रतीक्षा तिवारी और आरक्षक प्रदीप मिश्रा को शामिल किया गया है। सात दिन में जांच टीम से रिपोर्ट तलब की गई है।

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