आपके विचार

विश्वास की नींव पर रिश्ते बनायें

सुनील कुमार माथुर

आज के वक्त में सच्ची मित्रता और विश्वास की नींव पर रिश्ते बनायें जाने चाहिए चूंकि जहां स्वार्थ होता हैं वहां रिश्ते लम्बे समय तक नही़ चल पाते है । रिश्ते मजबूत होने चाहिए तभी जीवन आनंद के साथ जिया जा सकता हैं अन्यथा एक बोझ समझ कर उसे जबरन निभाने में कोई मजा नहीं है । लोग क्या कहेंगे या समाज क्या कहेगा ऐसा सोचना ही मूर्खता पूर्ण सोच है । चूकि रिश्ते या मित्रता हमें निभानी है न कि समाज को । आज के वक्त में समाज जिसके पास धन दौलत , पद प्रतिष्ठा ही उससे ही अपनापन रखता है यह एक कटु सत्य हैं।

हमें बचपन से ही सिखाया गया है कि कर्मशील बनें । सिध्दान्तवादी बनें । रक्षक बनें भक्षक नहीं । न्याय करे व न्याय करना सीखें लेकिन किसी के भी साथ अन्याय न करें । चूंकि विश्वास की नींव पर ही रिश्ते बनते है और टिकते हैं । जीवन में कभी भी मतलबी न बनें । हमेंशा अपना दिल बडा रखे तभी परिवार व समाज में प्यार , स्नेह और आदर्श संस्कार मिल पायेगे।

हम कई बार माताओं के मुख से यह सुनते हैं कि वे अपनी नालायक औलाद को डांटते हुए कहती है कि वरना भूल जा मैं तेरी मां हूं । अतः संतान को चाहिए कि वह कभी भी अपने माता पिता की आज्ञा की अवहेलना न करें चूंकि वे हमेंशा हमारे भले के लिए ही कहते है । अतः उनका दिल दुखाने का मतलब हैं ईश्वर की आज्ञा की अवहेलना करना।

वर्तमान समय में संयम , धैर्य , सहनशीलता , दया , ममता , करुणा का भाव जीवन में होना नितांत आवश्यक है । इनके बिना जीवन निरस सा है ।जहां विश्वास है वहीं लाड – प्यार और दुलार हैं । जब आपको पता है कि मैं किसी के सामने झूठ नहीं बोल सकता तो फिर झूठ का नाटक क्यों करते हो ? इससे तो विश्वास की नींव कमजोर ही होती है।

अपने आपको समय के अनुसार ढालना सीखें ‌। अगर कोई आपका अनावश्यक मजाक बनाये तो उसे भी जीवन में ऐसा सबक सिखाए कि फिर जिंदगी में किसी दूसरे के साथ ऐसा बेहूदा मजाक न करें । समय बडा बलवान…।

हमें जीवन में आगे ही बढना है तो फिर सच्चाई से मुंह क्यों मोडना । काश हम जीवन में मजबूत बनें । जीवन में जो कुछ भी होता हैं उसके पीछे एक वजह होती हैं और वक्त आने पर सब कुछ पता लग जाता है । जिंदगी में अभी बहुत कुछ होना बाकी हैं । इसलिए स्वंय पर विश्वास करें । केवल संघर्ष में ही समय बर्बाद न करें।


अपने आपको समय के अनुसार ढालना सीखें । कोई आपका अनावश्यक मजाक बनाये तो उसे भी जीवन में ऐसा सबक सिखाए कि वह भविष्य में कभी किसी दूसरे के साथ ऐसा बेहूदा मजाक न करें । समय बडा बलवान है । समय की कद्र करना सीखें । ज्ञान के सागर में डूबकिया लगायें और उच्च ज्ञान अर्जित कर परिवार , समाज व राष्ट्र हित के कार्य करें।


हमेंशा अपनी सोच बडी रखें । अपने मन की बात और मन की योजनाएं समय से पहले किसी को भी न बताइये अन्यथा नुकसान आपको ही होगा । समाज में नवीनतम आईडिया व विचार चुराने वालों की कोई कमी नहीं है । उतम सोच , उतम विचार , उतम चिंतन मनन व लेखन ही हमारी प्रगति की निशानी हैं जब आपकों अपने आप पर विश्वास होगा तभी तो सफलता आपके कदम चूमेंगी । आत्म विश्वास ही हमारी सफलता व प्रगति की निशानी हैं।


¤  प्रकाशन परिचय  ¤

Devbhoomi
From »

सुनील कुमार माथुर

स्वतंत्र लेखक व पत्रकार

Address »
33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

6 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights