काम की बात : किशमिश ही नहीं उसका पानी भी है फायदेमंद
काम की बात : किशमिश ही नहीं उसका पानी भी है फायदेमंद, आयुर्वेद के अनुसार किशमिश औषधि की तरह है। यह तनदुरुस्त लोगों की रोगप्रतिकारक शक्ति को मजबूत करती है और बीमार लोगों को बीमारी से लड़ने की शक्ति देती है। नोएडा से स्नेहा सिंह की कलम से…
- खाली पेट किशमिश खाने से कब्ज, गैस और अपच खत्म होती है।
- किशमिश से हीमोग्लोबिन बढ़ती है।
- भिगोई किशमिश का पानी लीवर को स्वस्थ रखता है।
- कैल्शियम से भरपूर किशमिश हड्डियों को मजबूत बनाती है।
- हाई ब्लड प्रेशर में भी किशमिश बहुत फायदेमंद है।
कड़कती ठंड की शुरुआत हो गई है। पहाड़ों पर हिमवर्षा तो मैदानी इलाके में शीतलहर शुरू हो गई है। इस सीजन में गरम तासीर वाली चीजों को लोग अधिक महत्व देते हैं। किशमिश भी गरम तासीर वाला ड्रायफ्रूट है। किशमिश स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के साथ ठंडी से भी बचाती है। किशमिश से मिलने वाले पोषकतत्व पूरे साल फिट रखते हैं। इस स्थिति में किशमिश को कब, कैसे और कितनी खाएं, यह जानना जरूरी है।
ठंड में फायदेमंद है गरम तासीर वाली किशमिश
किशमिश को ठंडी के मौसम में ही खाना अच्छा माना जाता है। वैसे गर्मी के मौसम में भी थोड़ी मात्रा में खाई जा सकती है। किशमिश में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, पोटैशियम, काॅपर, मैंगनीज जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो ठंड में रोगन शक्ति को मजबूत करते हैं और अनेक बीमारियों से बचाते हैं।
कब और कितनी मात्रा में खाएं किशमिश
आयुर्वेद के अनुसार किशमिश औषधि की तरह है। यह तनदुरुस्त लोगों की रोगप्रतिकारक शक्ति को मजबूत करती है और बीमार लोगों को बीमारी से लड़ने की शक्ति देती है। हर उम्र के लोग किशमिश खा सकते हैं। उम्र के हिसाब से 8-10 दाने से ले कर एक मुट्ठी किशमिश खाने से लाभ होता है। वैसे तो इसे सुबह खाली पेट भिगो कर खाना ज्यादा फायदेमंद है, पर इसे किसी भी समय खाया जा सकता है।
खून की कमी दूर करती है किशमिश
एनीमिया में किशमिश बहुत फायदेमंद है। मुट्ठी भर किशमिश रात भर पानी में भिगो कर पानी पीने और किशमिश खाने से शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून बनने लगता है।
शादीशुदा पुरुषों के लिए वरदान है किशमिश
शादीशुदा पुरुषों के लिए किशमिश वरदान से कम नहीं है। किशमिश खाने से स्पर्म काउंट बढ़ता है। इसलिए आयुर्वेद में शहद के साथ किशमिश खाने की सलाह दी गई है।
बच्चों के शारीरिक विकास के लिए जरूरी है किशमिश
बच्चों के शारीरिक विकास के किशमिश बहुत महत्वपूर्ण बताई गई है। इसके खाने से एनर्जी रहती है, साथ ही बच्चों का वजन भी बढ़ता है। डाक्टर कम वजन वाले बच्चों को दूध के साथ किशमिश खिलाने की सलाह देते हैं।
किसे नुकसान करती है किशमिश
गुणों से भरपूर किशमिश हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है। इसका अधिक सेवन कुछ लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। स्थूलता से पीड़ित लोगों को किशमिश खाना टालना चाहिए। कभी-कभी किशमिश से त्वचा की एलर्जी भी हो जाती है। यह ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ाती है। इसलिए शुगर वालों को किशमिश सोच-विचार कर डाक्टर की सलाह पर ही किशमिश खाना चाहिए।
किशमिश के बारे में यह भी जानें
- अंगूर को खास तरह से सुखा कर किशमिश बनाई जाती है।
- भारत में सब से ज्यादा किशमिश महाराष्ट्र और कर्नाटक में पैदा होती है।
- अंगूर से किशमिश बनाने में पंद्रह दिन लगते हैं।
- लाल रंग के अंगूर से बनाई गई लाल किशमिश सब से स्वादिष्ट मानी जाती है।
- काले रंग की अफगानिस्तानी किशमिश की सब से अधिक मांग होती है।
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