रामझूला में राफ्टिंग गाइड और पर्यटकों के बीच मारपीट
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रामझूला में राफ्टिंग गाइड और पर्यटकों के बीच मारपीट… राफ्टिंग समाप्त होने पर राफ्टिंग गाइड ने उनसे गो प्रो कैमरे से शूट वीडियो भेजने पर उनसे दो हजार रुपये की मांग की। उन्होंने जब इन्कार किया तो राफ्टिंग गाइड ने फोन करके अपने अन्य साथियों को बुला लिया। आरोप लगाया कि उसके बाद गाइड और उनके साथियों ने पर्यटकों से गाली-गलौज शुरू कर दी।
ऋषिकेश। मुनि की रेती रामझूला क्षेत्र में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस से आए पर्यटकों और राफ्टिंग गाइड के बीच मारपीट हो गई। इस मारपीट का कारण गो प्रो कैमरे से शूट वीडियो भेजने के एवज में दो हजार रुपये मांगना बताया जा रहा है। पीड़ित पर्यटक मुनेश कुमार ने आरोप लगाया कि शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे वह अपने दोस्तों के साथ रामझूला में एक कंपनी के पास राफ्टिंग के लिए पहुंचे। वह एक वाहन में अपने अन्य साथियों के साथ सवार होकर ब्रह्मपुरी की ओर रवाना हुए।
राफ्टिंग समाप्त होने पर राफ्टिंग गाइड ने उनसे गो प्रो कैमरे से शूट वीडियो भेजने पर उनसे दो हजार रुपये की मांग की। उन्होंने जब इन्कार किया तो राफ्टिंग गाइड ने फोन करके अपने अन्य साथियों को बुला लिया। आरोप लगाया कि उसके बाद गाइड और उनके साथियों ने पर्यटकों से गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर उन्होंने इस व्यवहार का कारण पूछा तो गाइड और उनके साथियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस घटना से आहत पर्यटक ने थाना मुनि की रेती में इसकी शिकायत दर्ज कर दोषी गाइड और उसके साथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
ऋषिकेश के लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनिकीरेती, तपोवन, पूर्णानंद आदि जगहों पर करीब 350 राफ्टिंग व्यवसायी हैं। इनके पास करीब 600 गाइड हैं। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मुंबई समेत विभिन्न प्रांतों के पर्यटक अच्छी तादाद में यहां राफ्टिंग के लिए पहुंचते हैं। नियमानुसार राफ्टिंग के दौरान गाइड का गो प्रो कैमरे का इस्तेमाल करना पूरी तरह प्रतिबंध है, लेकिन राफ्टिंग गाइड अधिक मुनाफा कमाने की फेर में गो प्रो कैमरे का इस्तेमाल करते हैं, जिसके बदले पर्यटकों से मोटी रकम वसूलने के आरोप लगते रहते हैं।
मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा है तो संबंधित गाइड के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। थाना पुलिस इसकी जांच करेगी।
– रितेश साह, प्रभारी निरीक्षक, थाना मुनि की रेती।
विभाग की ओर से कई बार इसके लिए चेकिंग अभियान चलाया गया है। चेकिंग के दौरान इन लोगों के पास गो प्रो कैमरा नहीं दिखाई देता। बाद में ये लोग संचालन के समय इसका इस्तेमाल कर देते हैं। ऐसे गाइडों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– खुशाल नेगी, साहसिक खेल पर्यटक अधिकारी
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