राष्ट्रीय समाचार

8 प्रतिशत विश्वकर्मा जाति पर भी ध्यान दे बिहार प्रदेश की सरकार

8 प्रतिशत विश्वकर्मा जाति पर भी ध्यान दे बिहार प्रदेश की सरकार, उन्हें बिहार की सरकार नितिश+लालू ने जातिय वोट बैंक के लिए जब कानुन मे बदलाव लाकर जेल से आजाद करवा सकते हैं तो बिश्वकर्मा समाज को क्यू नही? जिनकी आवादी 8% हैं। संवाददाता अशोक शर्मा

गया (बिहार)। बिहार मे दलित डीएम की हत्या करने वाले, न्यायलय द्वारा अपराध प्रमाणित आजीवन कारावास काट रहे। अपराधी जिनकी जातिय आवादी 3% हैं। उन्हें बिहार की सरकार नितिश+लालू ने जातिय वोट बैंक के लिए जब कानुन मे बदलाव लाकर जेल से आजाद करवा सकते हैं तो बिश्वकर्मा समाज को क्यू नही?

जिनकी आवादी 8% हैं। मान्यवर नितिश जी केन्द्र की चुनाव से पहले जितने भी बडे बडे अपराधी बिहार के जेलो मे बन्द हैं,उन्हे जेल से बाहर कर उन्हे सुधरने का मौका दें। आप ने 3% आवादी वाले के लिए बिहार का कानुन बदले हैं। लगे हाथ बिहार मे 8% वोट वाले बिश्वकर्मा समाज के भोजपुर ज़िले से बढई बिश्वकर्मा जाति के “लम्बू शर्मा”भी काफी दिनो से जेल मे बन्द हैं।

उन्हे भी जल्द से जल्द बिहार के कानुन मे बदलाव लाकर रिहाई करवा दें। क्योकि आप ने 3% अबादी वाले अपराधी को जेल से बिहार सरकार का कानुन बदल कर जेल से बाहर निकलवा दिए तो 8% वाले बिश्वकर्मा समाज के लिए क्यू नही?

बिश्वकर्मा समाज आप को पिछले चुनाव मे आप के साथ दिया था .एक बार लम्बू शर्मा को सुधरने का मौका आवश्य प्रदान करें आज आप से बिश्वकर्मा समाज ज़िसका कोई माँ बाप राजनीति मे नही वो आप से उम्मिद लगाये बैठी हैं।

छात्राओं को स्कूल में अश्लील वीडियो दिखाकर शर्मनाक हरकत करता था शिक्षक


👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।

8 प्रतिशत विश्वकर्मा जाति पर भी ध्यान दे बिहार प्रदेश की सरकार, उन्हें बिहार की सरकार नितिश+लालू ने जातिय वोट बैंक के लिए जब कानुन मे बदलाव लाकर जेल से आजाद करवा सकते हैं तो बिश्वकर्मा समाज को क्यू नही? संवाददाता अशोक शर्मा

मुंबई में महिला की गोली मारकर हत्या, सामने आया सीसीटीवी फुटेज

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights