साहित्य लहर
प्रखर तेजस्वी राष्ट्रवादी व्यक्तित्व वीर सावरकर

साहित्यकार डॉ उषाकिरण श्रीवास्तव
महाराष्ट्र के पुण्य धरा पर
नासिक जिले का भांगुर गांव,
ब्राह्मण कुल में जन्म हुआ
वीर सावरकर उसका नाम हुआ
माता राधाबाई का आंचल
पिता दामोदर पंत का आंगन,
किलकारियों से गूंज उठा
जब सावरकर का जन्म हुआ।
बचपन राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत
राष्ट्र समर्पित ओजस्वी भाषण देते थे,
अंग्रेजी हूकूमत को उखाड़ फेंकना
वीर सावरकर का संकल्प हुआ।
प्रखर राष्ट्रवादी तेजस्वी व्यक्तित्व
अंग्रेजी शासन को सहन नहीं था,
अंडमान-निकोबार का काला-पानी
अमर वीर सावरकर के नाम हुआ।
अमानवीय उत्पीड़न, कठोर परिश्रम
एकांत कारावास, मानसिक उत्पीड़न,
नही तोड़ सका दृढ इच्छाशक्ति को
अमर वीर सावरकर उसका नाम हुआ।
सनातन धर्म की रक्षा के लिए
आजीवन संघर्ष करते रहे,
शत-शत वंदन भारत के सपूत को
अमर वीर सावरकर उसका नाम हुआ।