मसूरी में नाले उफान पर-यमुनोत्री हाईवे खुला
IMD ने जारी किया अगले 24 घंटे का अलर्ट
मसूरी में नाले उफान पर-यमुनोत्री हाईवे खुला, आमतौर पर केरल से उत्तराखंड पहुंचने में मानसून को तीन सप्ताह से अधिक का समय लगता है। ऐसे में प्रदेश में 24 जून को मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन इस बार बिपरजॉय चक्रवात के कारण मानसून के देरी से आने का अंदेशा बढ़ गया था।
देहरादून। उत्तराखंड में शनिवार को मानसून ने दस्तक दे दी है। देहरादून सहित हरिद्वार, रुड़की और ऋषिकेश में रविवार तड़के से मानसून की बौछारें पड़ रही हैं। वहीं उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग ओरछा बैंड के पास अवरुद्ध हो गया था, जिसे रविवार की सुबह खोल दिया गया। हरिद्वार को छोड़कर लगभग सभी जनपदों में अधिकांश क्षेत्रों में रविवार-सोमवार से मानसून की वर्षा शुरू होने की उम्मीद है।
उत्तरकाशी सहित आसपास के इलाकों में वर्षा होने के कारण मार्ग अवरुद्ध होने शुरू हो गए हैं। शनिवार देर रात यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग ओरछा बैंड के पास अवरुद्ध हो गया था, जिसे रविवार को खोल दिया गया। मार्ग बंद होने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी और कई यात्री वाहन फंस गए थे।
मार्ग अवरुद्ध होने के कारण यमुनोत्री व बड़कोट से उत्तरकाशी की ओर आने वाले वाहनों की लंबी कतार लगी थी। इन वाहनों को पुलिस की ओर से बड़कोट वापस भेजा जा रहा था। जबकि ब्रह्मखाल की ओर से बड़कोट जाने वाले वाहनों को वापस ब्रह्मखाल भेजा जा रहा था। यमुनोत्री धाम के दर्शन कर गंगोत्री धाम के दर्शन करने के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों को यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
चमोली में भी मौसम खराब बना हुआ है। यहां बादल छाए हुए हैं। अलकनंदा का जल स्तर भी बढ़ गया है। देहरादून में तड़के से बारिश होती रही। मसूरी में रविवार तड़के जबरदस्त बारिश हुई। जिससे बरसाती नालों में उफान आ गया। लोग बारिश का रौद्र रूप देख सहम गए। सुबह रुक-रुक कर रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में बारिश हुई। ऋषिकेश में बीती मध्यरात्रि से हल्की बूंदाबांदी हो रही थी जो रविवार की सुबह मूसलधार बारिश में बदल गई।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। जिसे देखते हुए रविवार से देहरादून समेत सात जनपदों में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया किया गया है। इस दौरान देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीताल व बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
आमतौर पर केरल से उत्तराखंड पहुंचने में मानसून को तीन सप्ताह से अधिक का समय लगता है। ऐसे में प्रदेश में 24 जून को मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन इस बार बिपरजॉय चक्रवात के कारण मानसून के देरी से आने का अंदेशा बढ़ गया था। उत्तराखंड में दक्षिण-पश्चिमी मानसून निर्धारित समय पर उत्तराखंड पहुंचा है। हालांकि, पिछले साल से इस बार मानूसन छह दिन पहले ही राज्य में पहुंच गया है। बीते वर्ष प्रदेश में 30 जून को मानसून ने पूरी तरह से प्रवेश कर लिया था। वहीं, वर्ष 2021 में यह समय से पहले 13 जून को ही उत्तराखंड पहुंच गया था।
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