अंतरराष्ट्रीय ‘विश्वाकाश के चमकते सूर्य’ सम्मान से सम्मानित साहित्यकार सत्येन्द्र

अंतरराष्ट्रीय ‘विश्वाकाश के चमकते सूर्य’ सम्मान से सम्मानित साहित्यकार सत्येन्द्र… इनकी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत पर आधारित पुस्तकों में मगधाँचल, बाणावर्त, बराबर, मगध क्षेत्र की विरासत उल्लेखनीय है। विभिन्न संगठनों से सम्मानित: उन्हें विभिन्न साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा कई सम्मान मिल चुके हैं।
इंदौर (मध्य प्रदेश )। प्रसिद्ध साहित्यकार और इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक को हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ‘विश्व प्रतिभा अंतर्राष्ट्रीय विश्वाकाश के चमकते सूर्य सम्मान 2024’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें विश्व साहित्यकार महासभा इंदौर, विश्व हिंदी साहित्य महासभा, विश्व हिंदी प्रचारिणी सभा इंदौर और हिंदी सेवा समिति संबलपुर द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
सम्मान समारोह में श्री पाठक को अंगवस्त्र, मेडल, प्रशस्ति पत्र, मेमोंटो और ‘विश्वाकाश के चमकते सूर्य भाग 2’ पुस्तक प्रदान की गई। यह सम्मान श्री पाठक के साहित्य और इतिहास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है। करपी (अरवल ) बिहार के निवासी साहित्यकार और इतिहासकार: श्री पाठक एक प्रतिष्ठित साहित्यकार और इतिहासकार हैं।
इनकी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत पर आधारित पुस्तकों में मगधाँचल, बाणावर्त, बराबर, मगध क्षेत्र की विरासत उल्लेखनीय है। विभिन्न संगठनों से सम्मानित: उन्हें विभिन्न साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्होंने साहित्य और इतिहास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। यह सम्मान श्री पाठक के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह उनके कार्यों को मिली मान्यता का प्रमाण है।
प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वाकाश के चमकते सूर्य सम्मान 2024 से सत्येन्द्र कुमार पाठक को सम्मानित होने पर आचार्यकुल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आचार्य धर्मेंद्र, जिला आचार्यकुल मुजफरपुर के अध्यक्षा ड़ॉ. उषाकिरण श्रीवास्तव, पंजाब नेशनल बैंक के सेवानिवृत्त पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार पाठक,, साहित्यकार ओमकार कश्यप, नरेंद्र कुमार सिंह, छत्तीसगढ़ की डॉ शिला शर्मा, जीवनधारा नमामि गंगे के उपाध्यक्ष गीता सिह, विनय पाठक, आर के विश्वकर्मा, हरियाणा से त्रिलोकी चंद फतेहपुरी आदि ने बधाई दी है।
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