बाल कहानी : सूझ-बूझ
बाल कहानी : सूझ-बूझ… जिससे प्रेरणा लेकर शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इस प्रकार नेक कार्य शुरू हो जायेगा तो मंहगाई पर काबू पाया जा सकता हैं और कालाबाजारी व जमाखोरी पर भी नियंत्रण पाया जा सकता हैं। बस सर्व सहमति से सभी ने सोमवार के दिन महादेव का नाम लेकर यह कार्य आरम्भ कर दिया. #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर (राजस्थान)
मंहगाई से शहर की जनता काफी परेशान थी। लेकिन मंहगाई थमने का नाम भी नहीं ले रही थी और इधर ब्याह शादी का सीजन शुरू हो गया। हर कोई मंहगाई की मार से परेशान था। रविवार के दिन राजेन्द्र कुमार शर्मा, विनोद तिवारी, और पारिक साहब हितेश्वर महादेव मंदिर, शिव नगर में मिलें और बोले कि सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण मंहगाई द्रोपदी के चीर की भांति बढती ही जा रही है और आम आदमी को नीम्बू की तरह निचोड़ दिया.
हमारे जन प्रतिनिधि सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनें हुए हैं कभी भी सदन में मंहगाई पर काबू पाने के लिए आवाज नहीं उठाई। अब हमें ही कुछ करना होगा। तभी सुनील और नितिन भी वहां आ गए। सभी ने मिलकर मंहगाई से निपटने के मुद्दे पर चर्चा की। नितिन ने कहा कि मंदिर की खाली पडी जमीन पर सब्जी उगाई जाये और उसे अपने मौहल्ले की जनता को लागत मूल्य पर बेची जाये। तभी राजेंद्र ने कहा कि हम सब साधन सम्पन्न हैं। अतः मैं अपने गैराज में किराणे की दुकान लगा दूंगा और लागत मूल्य पर खाधान्न सामग्री वितरित करूंगा।
तभी पारिख साहब और विनोद तिवारी ने कहा कि हम टेंट व केटरिंग का काम शुरू कर देगे व लागत मूल्य पर टेंट, बिस्तर, प्लेंटे व भोजन बनाकर ब्याह शादी, बच्चों के जन्म दिन, शादी की सालगिरह व तीज त्यौहार पर खाध्र सामग्री लागत मूल्य पर उपलब्ध कराकर शिव नगर हितेश्वर महादेव मंदिर की जनता को मंहगाई से राहत पहुंचा सकते हैं तभी सुनील ने कहा कि आपके इस नेक काम में मैं भी आपका सहयोग करुंगा और इससे बिचौलियों से राहत मिलेगी वहीं दूसरी ओर महादेव की कृपा रही तो क्षेत्र की जनता को मंहगाई से राहत दिलाकर हम समाज के समक्ष एक अनुकरणीय पहल प्रस्तुत कर सकते हैं.
जिससे प्रेरणा लेकर शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इस प्रकार नेक कार्य शुरू हो जायेगा तो मंहगाई पर काबू पाया जा सकता हैं और कालाबाजारी व जमाखोरी पर भी नियंत्रण पाया जा सकता हैं। बस सर्व सहमति से सभी ने सोमवार के दिन महादेव का नाम लेकर यह कार्य आरम्भ कर दिया और मंहगाई से राहत पाने के लिए सूझ बूझ से काम लिया और बढती मंहगाई से राहत पाकर जनता-जनार्दन व सरकार के समक्ष एक अनोखी व अनूठी मिसाल कायम की।
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