उत्तराखण्ड समाचार

4000 अतिथि शिक्षकों के लिए खुशखबरी

नियमित शिक्षकों की नियुक्ति, तबादले और पदोन्नति से उनकी सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा, अतिथि शिक्षकों के मसले पर सरकार का हमेशा सकारात्मक निर्णय रहा है। उनके मानदेय वृद्धि की मांग पर विभाग से इसका प्रस्ताव मांग लिया गया है।

देहरादून। नए साल में प्रदेश के 4000 अतिथि शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें मानदेय वृद्धि का तोहफा मिलने जा रहा है। शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा, मानदेय वृद्धि के लिए विभाग से प्रस्ताव मांगा गया है। जल्द ही इसे मंजूरी के लिए वित्त और कार्मिक विभाग को भेजा जाएगा।

प्रदेश के विभिन्न दुर्गम और अति दुर्गम विद्यालयों में अतिथि शिक्षक वर्ष 2015 से कार्यरत हैं। शुरूआत में इन्हें प्रतिवादन के हिसाब से मानदेय दिया गया। जिसे विभिन्न वर्षों में बढ़ाया गया है। वर्ष 2018 में इनका मानदेय बढ़ाकर 15000 हजार रुपये किया गया, जबकि वर्ष 2020-21 में इसे 25000 रुपये किया गया।

अतिथि शिक्षक इसके बाद से उनके सुरक्षित भविष्य के लिए नीति बनाए जाने एवं उनका मानदेय बढ़ाए जाने की लगातार मांग करते आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अब उन्हें 35000 रुपये मानदेय मिल सकता है। अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री दौलत जगुड़ी बताते हैं कि अतिथि शिक्षकों के पदों को खाली न माने जाने एवं उनकी गृह जिलों में तैनाती को लेकर पूर्व में निर्णय लिया गया था, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ।

नियमित शिक्षकों की नियुक्ति, तबादले और पदोन्नति से उनकी सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा, अतिथि शिक्षकों के मसले पर सरकार का हमेशा सकारात्मक निर्णय रहा है। उनके मानदेय वृद्धि की मांग पर विभाग से इसका प्रस्ताव मांग लिया गया है। अधिकारियों को कहा गया है कि जल्द प्रस्ताव दिया जाए। इसके अलावा उनकी कुछ अन्य मांगों को लेकर भी सकारात्मक निर्णय लिया गया है।


👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।

 


Advertisement… 


Advertisement… 


Advertisement… 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights