तुलसी प्रकृति का दिया अनुपम उपहार

आयुर्वेद चिकित्सक के जानकारी पर आधारित

निक्की शर्मा ‘रश्मि’

प्रकृति ने हमें एक से बढ़कर एक अनुपम उपहार दिया है। महामारी के इस दौर में ऑक्सीजन के दिक्कत के साथ पेड़ पौधे की महत्व खूब समझ आई सबको।पर्यावरण शुद्ध और स्वच्छ रखना होगा और यह तभी होगा जब हम पेड़ पौधे अधिक मात्रा में लगाएंगे। “हम प्रकृति की रक्षा करेंगे तब प्रकृति हमारी रक्षा करेगी”।

आज महामारी के इस दौर में पेड़ पौधों की कीमत समझ आई है। वायु प्रदूषण ने सबक सिखाया हरे वृक्ष को काटकर जो गलत किया आज उसी का खामियाजा दुनिया भुगत रही। हरियाली और प्राणवायु जरूरी है यह समझा जा चुका है। धरती फिर से स्वर्ग सी दिखे इसके लिए पेड़ लगाने हैं। खुद भी पेड़ पौधे लगाएं और जागरूक करें वसुंधरा फिर मुस्कुरा उठेगी।

प्रकृति के दिए अनुपम उपहार में पीपल, नीम, तुलसी एक सुंदर उपहार स्वरूप हमें मिला है। जिसकी महत्ता को समझने के बाद उपयोग करना भी जरूरी है। तुलसी केवल पौधा नहीं यह सौभाग्य, वात्सल्य, स्नेह , मातृशक्ति और तो और सबसे अहम प्रकृति का दिया अनुपम उपहार है।इसकी जड़, पत्तियां सभी हर आपदा विपदा को हरती है।

औषधियों से भरपूर गुणों की खान जिससे हर रोग दूर हो जाए ऐसी शक्तियां अपने आप में समेटी है यह तुलसी। सर्दी- जुकाम, कैंसर कई रोगों में यह भक्षक बन कर सामने आती है फिर भी अकेले यह रहती है। आंगन के बीचो-बीच या कहीं गमले में सकुचाई सी, अमृत बरसाते इसके पत्ते लेकिन सभी खामोश, मौन ताकती रहती। सुख-दुख में पूजी जाती जन-जन को हर बाधा से बचाती।

तुलसी रोग विनाशक तो है ही साथ ही गुणकारी भी है। इसकी महत्ता महामारी के दौर में खूब समझ आई। इसके सेवन से अनेक बीमारियां दूर होती है कफ में काफी आराम होता है। रक्त शुद्ध होता है भुख में बढ़ोतरी होती है। तुलसी को देवी कहा गया है। पावन तुलसी हर घर में आपको मिलेगी, तुलसी पवित्र पौधे के साथ समस्याओं से भी निजात देता है।

तुलसी की उपयोगिता की बात करें तो तुलसी के काढ़े के साथ-साथ चाय में तुलसी पत्ते डालकर पीने से तनाव के साथ और भी बहुत सारे फायदे होते हैं। एंटी स्ट्रेस तुलसी में मौजूद होने के कारण यह हमारे तनाव को रोकता है। तुलसी के सेवन से वजन कम होना और नींद की समस्या से निजात भी मिलता है। हाई बीपी में भी यह उपयोगी है। तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। अदरक, काली मिर्च के साथ तुलसी के सेवन से हमें सर्दी जुकाम में राहत मिलती है।

तुलसी इतनी गुणकारी है फिर क्यों नहीं इसे और ज्यादा लोगों तक पहुंचाई जाए। यह दवा के काम आती है पूजी जाती है तो फिर क्यों नहीं एक संकल्प लेते हैं इसे और ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की। हवा शुद्ध हो इसके लिए तुलसी का पौधा कारगर है इसलिए अपने घरों में केवल पूजन के लिए नहीं हवा शुद्ध हो इसके लिए भी अधिक मात्रा में पौधे लगाएं ।इसके महत्व को बताते हुए अपनों को उपहार स्वरूप तुलसी दें।शादी- विवाह, जन्मदिन पर उपहार के साथ एक तुलसी के पौधे भेंट स्वरूप दे। घर-घर पूजी जाने वाले तुलसी गुणों की मान है कितनी महान है ये समझ और भी ज्यादा आ जाएगी।

“जब घर-घर तुलसी उपहार स्वरूप जाएगी
रोग दोष से निजात तभी तो सबको दिलाएगी
सब मिलकर तुलसी का करें बखान
रोग दोष मिटाती तुलसी बड़ी महान
हरियाली संग रोगों में भी चमत्कारी
घर-घर पूजे तुलसी बड़ी हितकारी”

¤  प्रकाशन परिचय  ¤

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निक्की शर्मा ‘रश्मि’

लेखिका एवं कवयित्री

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मीरा रोड, मुम्बई (महाराष्ट्र)

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

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