महंगाई की आग में जलती जनता

वाह रे देश की सरकार…
अशोक शर्मा
बाराचट्टी प्रखंड, गया (बिहार)
भारत के वर्तमान सरकार ने 2014 में केंद्र की चुनावी सभाओं और रैलियों में जनता से अच्छे दिन दिखाने के नए-नए सपने दिखाते रहे, आज वह सपना जनहित में नहीं सरकार पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के हित में दिख रही है। केंद्र की सरकार सिंहासन पर बैठते ही अपने सूर बदल दिए भारत के महामहिम प्रधानमंत्री चुनावी सभाओं में रैलियों में 135 करोड़ भारतीयों की बात क्या करते थे।
आज भी करते हैं इसमें कोई शक की बात नहीं आज भी भारत वासियों को नए नए सपने दिखाने और काला धन वापस लाने की बात करते हैं आज वही सरकार दुसरी बार सत्ता में आई उसके बाद जनता की समस्या दिन पर दिन बढ़ती गई। भारत वासियों आस लगाकर अभी तक सरकार के अच्छे दिन की इंतजार कर रहे हैं।
युवाओं के रोजगार नहीं मिली भारत के माताओं के घर में भोजन बनाने के लिए उज्वला योजना के तहत गैस मिली गौरतलब है कि कुछ वर्षो के बाद गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई, जो आज तकरीबन अधिकांश घरों में सिलेंडर गैस को घर के किनारा में रखकर पूर्वी की वर्षों की तरह चूल्हा पर ही खाना बनाई जाती है।
देश की सरकार भारत के भारतीयों की आवाज सुनती है नहीं सिर्फ पूंजीपतियों की आवाज सुनने को तैयार गरीब किसान युवा की आवाज नहीं सुनने को तैयार हम बात करते हैं। शिक्षा की शिक्षा के स्तर इतने नीचे गिर चुकी है कि एक चिंता की विषय बन गई शिक्षा और स्वास्थ्य रोटी कपड़ा और मकान कि बात करने वाली सरकार आज इन सभी बातों को भुला गई पढ़े-लिखे डिग्रियां लिए युवा रोजगार की तलाश में जिंदगी की आधा उम्र खत्म कर देतें हैं।
उसके बावजूद भी रोजगार नहीं मिलती निराश होकर युवाओ घर आते हैं और रोजगार के लिए सब्जियां बेचते हैं ठेले चलाते हैं पकोड़े बेचते है क्योंकि अब सरकार ने सरकारी भर्तियां बंद कर दी सभी विभाग प्राइवेट लिमिटेड होती जा रही है केंद्र की सरकार बात करते हैं कि भारत के 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन दी जा रही है बात सच है। इससे स्पष्ट साबित होता है कि भारत मे अभी भी गरीबी रेखा से नीचे 80 से 90 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहें हैं।
यह सरकार की आकडे़ है भारत की सरकार ने पेट्रोल महंगी, डीजल महंगी, रसोई गैस महंगी जहां तक कि मैं बात करता हूं अमीरों से लेकर गरीबों तक खाने वाली रसोई बनाने में काम आने वाले सरसों का तेल जो 60 रुपए प्रति किलो मिलती थी आज वह तेल ₹220 प्रति किलो मिल रही वाह रे केंद्र की सरकार भारतीयों का क्या होगा हाल।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
![]() |
From »अशोक शर्मादेवभूमि ब्यूरो चीफ, गयाAddress »बाराचट्टी, गया, बिहारPublisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
---|