साहित्य लहर
जिंदगी
मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
रो कर हंसना ही नाम जिंदगी,
क्षण-क्षण संघर्ष नाम जिंदगी ।
नित-नित चलना – रुकना,
सफल- असफल नाम जिंदगी ।
मान- अपमान, कहीं सम्मान,
तो कभी बदनाम जिंदगी ।
शूल-फूल मिलते बारी-बारी,
विरह -मिलन का नाम जिंदगी ।
कभी सुख, कभी दुःख आता,
दिन-रात का नाम जिंदगी ।
मत लगने देना विराम,
मर -मरकर जीने का नाम जिंदगी ।
कभी मिले अमृत, कभी मिले हलाहल,
आंखें बंद कर पीने का नाम जिंदगी ।
धूप- छाॅंव का संगम प्यारे,
उतार-चढ़ाव का नाम जिंदगी ।
रो कर हंसना ही नाम जिंदगी,
क्षण- क्षण संघर्ष नाम जिंदगी ।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »मुकेश कुमार ऋषि वर्मालेखक एवं कविAddress »ग्राम रिहावली, डाकघर तारौली गुर्जर, फतेहाबाद, आगरा, (उत्तर प्रदेश) | मो : 9876777233Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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