हिमाचली सांस्कृतिक धरोहर की लाइब्रेरी का शुभारम्भ
(देवभूमि समाचार)
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में रह रहे हिमाचलियों की नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने के लिए राजधानी में हिमाचलियों द्वारा संचालित किये जा रहे सिद्ध श्री बाबा बालक नाथ मन्दिर और जय ज्वाला मन्दिर समिति कर्मपुरा नई दिल्ली मे हिमाचली सांस्कृति, सभ्यता, पर्यटन और ब्यंजनो पर आधारित सामग्री की किताबों का पुस्तकालय मन्दिर परिसर में खोला गया।
हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन के चेयरमैन श्री आर के शर्मा इस समारोह के मुख्य अतिथि थे। इस पुस्तकालय का उद्घाटन हिमाचली उद्योगपति एवं हिम लोगिस्टिक कंपनी में चेयरमैन प्रकाश शर्मा ने रिबन काटकर किया।
हिमाचल मित्र मंडल दिल्ली (रजि.) के मुख्य संरक्षक श्री किशोरी लाल शर्मा ने बताया की इस पुस्तकालय में कुल्लू दशहरा, मंडी शिवरात्रि, चम्बा मिंजर, रामपुर लवी उत्सव सहित हिमाचल के शक्तिपीठों और अन्य मुख्य धार्मिक स्थलों का विस्तृत इतिहास , धार्मिक महत्व और भ्रमण से सम्बन्धित सारी जानकारियाँ उपलब्ध करबाई की गई है।
उन्होंने कहा की इस लाइब्रेरी में हिमाचली ब्यंजनो ,पकबानों और मिष्ठानों से सम्बन्धित जानकारी प्रदान करने बाली किताबें भी रखी गई हैं। ताकि नई हिमाचली पीढ़ी के साथ साथ राजधानी दिल्ली में देश के बाकि हिस्सों से बसे लोगों को भी हिमाचली ब्यंजनों की जानकारी प्रदान की जा सके। हिमाचली सांस्कृति धरोहर के प्रति लोगों को शिक्षक और जागरूक किया जा सके।
इस अबसर पर बोलते हुए हिमाचली उद्योगपति एवं हिम लोगिस्टिक कंपनी में चेयरमैन प्रकाश शर्मा ने बताया की इस लाइब्रेरी से माध्यम से सभी हिमाचलियों को भाबनात्मक रूप में एक लड़ी में पिरोने का लक्ष्य रखा गया है। देश से दूसरे हिस्सों से बसे परबसियों को हिमाचली सांस्कृति, पर्यटन स्थलों के बारे में शिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि पर्यटकों का रुख हिमाचल की तरफ मोड़ा जा सके।
हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन के चेयरमैन श्री आर के शर्मा ने कहा की दिल्ली में कार्यरत सभी हिमाचली संगठनों को नियमित रूप से होली, दिवाली, सायर, शिवरात्रि, दशहरा आदि का आयोजन हिमाचली परम्पराओं के माध्यम से करना चाहिए। उन्होंने दिल्ली में बसे हिमाचली युवाओं के बीच बेहतर संचार और सम्बन्य स्थापित करने पर बल दिया। इस अबसर पर एक कांगड़ी धाम का आयोजन भी किया गया।