सोमवारी की शुभकामनाएं

मो. मंजूर आलम उर्फ नवाब मंजूर
पहली सोमवारी सावन की
प्रिय मास शिव पावन की
छोड़ कैलाश धरा पर आते
चढ़ावें जल वो सुख पाते
असीम कृपा बरसाते भगवन
पुलकित होते सबके तन-मन
सदा बनी रहे उनकी कृपा
रखें शिव हम-सब पर दया
वही हैं दया निधान
भोले हैं भगवानों के भगवान
बेलपत्र धतूरा जल हम चढ़ाते
संतान सुख पावन हम पाते
बोलो सदा शिव शम्भू की जय
हर हर महादेव, कष्टों का होगा क्षण में क्षय
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »मो. मंजूर आलम ‘नवाब मंजूरलेखक एवं कविAddress »सलेमपुर, छपरा (बिहार)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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