नमामि गंगे अभियान के अंतर्गत मनाया गङ्गा उत्सव
विश्वविद्यालय के निकट बेतालेश्वर महादेव मंदिर परिसर एवं नदी तट पर चलाया स्वच्छता अभियान, विद्यार्थियों ने दीपदान, गङ्गा आरती एवं ध्यान सत्र का किया आयोजन
योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा, स्वामी विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र तथा राष्ट्रीय स्वच्छ गङ्गा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय एवं राज्य परियोजना प्रबंध ग्रुप, नमामि गङ्गे उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय गङ्गा दिवस 4 नवम्बर को गङ्गा उत्सव के रूप में मनाया गया।इस अवसर पर नमामि गङ्गे अभियान के नोडल अधिकारी एवं योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन चन्द्र भट्ट के निर्देशन में योग विज्ञान के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के निकट बेतालेश्वर महादेव मंदिर परिसर एवं नदी तट पर स्वच्छता अभियान चलाया।
जिसमें नदी एवं मन्दिर परिसर की सफाई की गयी इसके उपरांत मन्दिर के पुजारी दिनेश चंद्र जोशी एवं महंत राहुल गिरी के सहयोग से दीपदान एवं गङ्गा आरती की गयी तथा योग विभाग के शिक्षक रजनीश जोशी ने सभी को गङ्गा एवं उसकी सहायक नदियों के संरक्षण एवं स्वच्छता के लिए गङ्गा स्वच्छता शपथ दिलायी। इस अवसर पर योग विज्ञान विभाग डॉ नवीन चन्द्र भट्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0एन0एस0 भण्डारी जी के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय नमामि गंगे अभियान के अंर्तगत निरन्तर विभिन्न समाजोपयोगी कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है। उसी क्रम में आज भी गङ्गा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
गङ्गा करोड़ो लोगों की आस्था का केंद्र है यह पतित पावनी है यह न केवल मनुष्य के पापों को अपितु विभिन्न प्रकार के मनोशारीरिक रोगों का नाश करने में भी समर्थ है। अतः गङ्गा एवं इसकी सहायक नदियों का संरक्षण करना परम् आवश्यक है। योग विभाग के शिक्षक रजनीश जोशी ने कहा कि गङ्गा स्वयं में अनेकों प्रकार की जड़ी-बूटियों एवं औषधीयों को स्वयं में समाहित किए हुए है जिससे इसमें स्नान करने वाला अथवा इसके जल को ग्रहण करने वाला विभिन्न प्रकार के रोगों से मुक्ति पा सकता है किंतु वर्तमान समय में कुछ विकृतियों के कारण गङ्गा प्रदूषित हो रही है अतः गङ्गा एवं उसकी सहायक नदियों की स्वच्छता एवं संरक्षण से ही गङ्गा के वास्तविक स्वरूप का लाभ लोगों को मिल सकता है।
योग शिक्षक गिरीश अधिकारी ने कहा कि गङ्गा का आध्यात्मिक महत्व होने के साथ-साथ आर्थिक महत्व भी है। चाहे व पेयजल आपूर्ति हो , सिंचाई हो या बांध द्वारा बिजली उत्पादन की बात हो।यह देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है।योग शिक्षिका विद्या नेगी ने कहा कि गङ्गा स्वच्छता की जो शपथ आज हम सबने ली है उसे अपने जीवन में आत्मसात करने से ही हम गङ्गा को दूषित होने से रोककर उसकी पवित्रता एवं पावनता को बनाए रख सकते हैं।
इसके उपरांत बेतालेश्वर मन्दिर परिसर पर ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। इसके पश्चात योग विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा भोजन बना कर सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया। सभी ने भोजन मन्त्र के उपरांत भोजन ग्रहण किया। इस अवसर पर विभाग के योग शिक्षक गिरीश अधिकारी,रजनीश जोशी, विद्या नेगी के साथ ही भावेश पांडे, पारुल दानू ,विकास जोशी ,आदित्य गुरुरानी, गीतांश तिवारी, ममता किरौला, सूरज सिंह बिष्ट ,विवेक बिष्ट, सौरभ लटवाल, रोहित कुमार, काजल भट्ट, पूजा बिष्ट, सौरभ लटवाल आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।