‘हर घर दस्तक’ अभियान पर जोर

ओम प्रकाश उनियाल
कोरोना अभी जड़ से खत्म नहीं हुआ है। इतना जरूर है कि प्रभाव काफी कम हो गया है। पहले की तरह खतरनाक नहीं रहा। यदि किसी में कोरोना के लक्षण पाए भी जा रहे हैं तो थोड़ा सावधानी बरतने पर जल्दी ठीक भी हो जाता है। लेकिन लापरवाही बरतने पर अभी भी जानलेवा साबित हो सकता है। कुछ भी हो टीकाकरण अभियान का असर काफी गहरा रहा।
जिस प्रकार से दूसरे दौर में मौतें हो रही थी उस पर काबू भी शीघ्र पा लिया गया। कोरोना के पहले और दूसरे चक्र में लोगों के मन में इतना जबरदस्त भय बैठ गया था कि लोग आपस में एक-दूसरे से संपर्क साधने व बातचीत करने से भी कतराने लगे थे। क्योंकि, हरेक को यह डर था कि यह विभिन्न रूप धारण कर सीधा मौत के घाट उतार रहा है।
विदेशों में कुछ जगहों पर अब भी अपनी पकड़ तेजी से बनाता जा रहा है। नए-नए वैरियंट के रूप में। भारत न अपने देश में वृहद स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाकर कोरोना पर नियंत्रण तो किया ही अन्य देशों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित किया एवं टीके की आपूर्ति की। ऐसा नहीं कि भारत में इससे पीड़ितों की मौत नहीं हो रही हो।
मौतें जरूर हो रही हैं लेकिन उनकी जो अन्य किसी बीमारी से भी ग्रसित हैं और कोरोना की मार भी झेल रहे हैं। संक्रमण कैसा भी हो खतरनाक ही होता है। जरा-सी असावधानी बरती नहीं कि विस्फोटक स्थिति पैदा हुयी। यह अभी उनलापरवाही बरतने वालों की बड़ी भूल होगी जो कोविड गाइडलाइन का पालन करने में बिल्कुल रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
सरकार विभिन्न प्रचार-प्रसार माध्यमों से लापरवाही कतई न बरतने की चेतावनी देती आ रही है। ताकि, दुबारा पहले की तरह के भयावह मंजर से न गुजरना पड़े। मास्क लगाना व टीकाकरण अनिवार्य है। केंद्र सरकार ने पूरे देश में अगले माह से कोरोना टीकाकरण के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान चलाने की सलाह दी है। जिससे जो टीकाकरण से छूटे हुए हैं उनका भी टीकाकरण हो सके। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड) | Mob : +91-9760204664Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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