आनी थी डोली, वहां पांच दिन में आए 31 रिश्तेदारों के शव

आनी थी डोली, वहां पांच दिन में आए 31 रिश्तेदारों के शव, इस घटना ने पूरे भूंगरा गांव को शोक की लहर में डुबो दिया है। हालात ये हैं कि घायल के परिजन आईसीयू के बाहर खिड़की से अपनों को देखते रहते हैं और जैसे ही कोई आवाज आती है उनका दिल सहम जाता है कि फिर किसी अनहोनी…

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में जहां दुल्हन की डोली घर आनी थी अब वहां बीते पांच दिनों से सिर्फ लाशें आ रही हैं। शेरगढ़ के भूंगरा गांव में शादी समारोह में हुए सिलेंडर धमाके में मरने वालों का आकंड़ा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इलाज के दौरान चार और लोगों की मौत हो गई जिसके बाद अब मृतकों का आकंड़ा 31 तक पहुंच गया है।

करीब एक हफ्ता पहले भूंगरा गांव में शादी समारोह में बारात निकलने से पहले हुए सिलेंडर धमाके में दूल्हे के ज्यादातर रिश्तेदारों की मौत हो चुकी है। शादी के दिन हुए हादसे के बाद एक भी दिन ऐसा नहीं बीता जब किसी ना किसी अपने चाहने वाले का शव घर ना आया हो। गुरुवार को भी अस्पताल में इलाज के दौरान चार महिलाओं की मौत हो गई जिसमें 40 साल की अनंची कंवर, 29 साल की रसाल कंवर, 57 साल के सुगन कंवर और 40 साल के धापू कंवर शामिल हैं।

इन सभी लोगों के शव मोर्चरी में ही रखे हुए है। मोर्चरी के बाहर राजपूत समाज के लोग मृतकों को सरकार द्वारा दी गई मुआवजा राशि को नाकाफी बताते हुए अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ हुए हैं। दूल्हा सुरेंद्र सिंह के माता-पिता समेत अब तक इस हादसे में 31 रिश्तेदारों की मौत हो चुकी है। अब शादी की जगह लोग श्राद्ध और तेरहवीं की बातें कर रहे हैं। सुरेंद्र सिंह के एक भाई तो हादसे के दिन के बाद से ही गांव में रुके हुए हैं ताकि अपनों का अंतिम संस्कार ठीक तरीके से किया जा सके।

इस घटना ने पूरे भूंगरा गांव को शोक की लहर में डुबो दिया है। हालात ये हैं कि घायल के परिजन आईसीयू के बाहर खिड़की से अपनों को देखते रहते हैं और जैसे ही कोई आवाज आती है उनका दिल सहम जाता है कि फिर किसी अनहोनी की खबर उन तक ना पहुंच जाए। भूंगरा गांव में स्थिति ऐसी हो गई है कि अस्पताल से जैसे ही कोई गाड़ी गांव की तरफ आती है गांव वालों अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि अब कोई खुशखबरी नहीं आने वाली है।

गुरुवार की देर रात को विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे और घायलों के उपचार की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने डॉक्टरों की टीम को धन्यवाद भी दिया। वह मोर्चरी में चल रहे धरने में कुछ देर बैठे और उन्होंने सरकार से मांग की कि इस पूरी घटना को लेकर 20 करोड़ रुपये का पैकेज जारी करे और मृतक परिवार को एक करोड़ रुपए दिया जाए।



उन्होंने घायलों को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने की मांग भी की है। शेरगढ़ के पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौर ने बताया कि हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकरमांगों की सूची सौंप दी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी जोधपुर में घायलों से मिलेंगे और भूंगरा गांव जाकर परिवार के अन्य सदस्यों सांत्वना देंगे।

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