चण्डी घाट : हरिद्वार का सबसे आकर्षक और विहंगम घाट
चण्डी घाट : हरिद्वार का सबसे आकर्षक और विहंगम घाट, जहां दर्शन करने के लिए पैदल व रोपवे की व्यवस्था है। यदि यात्री नजीबाबाद की तरफ से आते हैं तो मंदिर तक जाने के लिए पहले रोपवे का रास्ता और कुछ दूरी पर पैदल रास्ता है। छाया एवं विवरण : ओम प्रकाश उनियाल (स्वतंत्र पत्रकार)
चण्डी घाट का जबसे नमामि गंगे अभियान के तहत सौन्दर्यीकरण किया गया तब से घाट का स्वरूप अलग ही नजर आता है। नीलधारा के पास यह घाट कभी उजाड़ स्थिति में था। शवदाह की व्यवस्था भी अव्यवस्थित-सी थी। या यूं कह लीजिए कामचलाऊ।
स्नानादि की भी समुचित व्यवस्था नहीं थी। अन्य घाटों की तुलना में अत्यंत बेहतर है। और भी कई घाट हरिद्वार क्षेत्र में हैं मगर चंडी घाट का मुकाबला कोई नहीं कर सकता। घाट पहाड़ी की तलहटी पर है। पहाड़ी पर चंडी देवी का मंदिर।
जहां दर्शन करने के लिए पैदल व रोपवे की व्यवस्था है। यदि यात्री नजीबाबाद की तरफ से आते हैं तो मंदिर तक जाने के लिए पहले रोपवे का रास्ता और कुछ दूरी पर पैदल रास्ता है। थोड़ा आगे चलकर चंडी पुल के दाहिनी तरफ मुड़ते ही विहंगम चंडी घाट नजर आता है।
पहाड़ी की तलहटी से ही पुल के समीप एक मार्ग अन्यत्र निकलता है। यदि दिल्ली, देहरादून की ओर से यात्रीगण आते हैं तो चंडी पुल साफ दिखायी देता है। पुल से गंगा का जो दृश्य देखने को मिलता है उससे श्रद्धालुओं का मन गदगद हो उठता है।
जैसे गंगा मैया डुबकी लगाने के लिए बुला रही हो। इस तरफ से पुल के दूसरे छोर पर बायीं तरफ चंडी घाट नजर आता है। गंगा पर 60 करोड़ की लागत से बना घाट यात्रियों को बरबस आकर्षित करता रहता है। आप भी यदि गंगा मां के दर्शन करने आ रहे हैं तो चंडी घाट की अनदेखी न करें।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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