साहित्य लहर
साहित्य लहर श्रेणी के अन्तर्गत हिन्दी साहित्य (Hindi literature) और साहित्यकारों की रचनाओं का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें कहानी (stories), कविता (poems), लघुकथा और ग़ज़लों (short stories & ghazals) का प्रकाशन होता है।
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व्यंग्य : थम के बरस ओ जरा जम के बरस
जब मौसम विज्ञान इतना अपडेट नहीं था तब बारिश भी इतनी चतुर सुजान नहीं थी और सुनिश्चित समय पर आरंभ…
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कविता : सावन
प्यार में जिंदगी धूप की महक से गुलजार होती । फूल हंसने लगते जब कभी अकेले होते तुम्हारे पास आकर…
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कविता : बरखा रानी
तुम्हारा प्यार सिर्फ़ सच्चा लगता संदेश पाकर अपने मन की बातें कभी कविताओं में तुमको कहा करता तुम भूल जाती…
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कविता : तुम लूट लो वर्षा का आनन्द
तुम लूट लो वर्षा का आनन्द हर दिशा में छाई है घनघोर घटा वर्षा को तुम जमकर बरसने दो स्नान…
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कविता : आई है बरसात सखी री
देखो आई है बरसात सखी री सावन की सौगात लाई सखी री उमड़ -घुमड़ कर बरसे बदरिया सखी री रुत…
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कविता : बेटी
बेटी तुम हो कली ग़ुलाब की उलझ न जाना कांटों से, मां-पिता के हृदय की धड़कन भटक न जाना राहों…
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कविता : बढ़ती आबादी
बढ़ती आबादी देखकर धरा ये थर-थर कांप रही देखो-देखो आबादी ये तेज कितना भाग रही। सोच रही है धरती ये…
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कविता : गुरु महिमा
ज्ञान की बात बताते हैं सदाचार का पाठ पढ़ाते हैं अवगुणों को हमारे दूर कर गुणवान बनाते हैं गुरु हमें…
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कविता : गांव की भोर
बड़ी सुहानी गांव की भोर मुर्गा बोले जन आंखें खोलें बापू चले खेत की ओर बड़ी सुहानी गांव की भोर…
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बालगीत :धरा अनमोल खजाना
सुंदर छायी धरा में हरियाली। साथी इसको हमें सजाना है। जन जन का भरती भंडार यह। सुंदर धरा अनमोल खजाना…
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