देश का हर किसान का परिवार सहकारिता से है जुड़ा : डा. धन सिंह
सहकार भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शुरू
देश का पहला समेकित सहकारिता विकास प्रोजेक्ट उत्तराखंड सरकार ने किया है। प्रधानमंत्री ने विश्व की पहली अन्न भंडारण योजना शुरू की है। हमे आम जन को सरकारी चक्र से बचाना है। आने वाला युग सहकारिता का युग है। प्रकृति, को हमे बचाना है या हमे प्रकृति बचाएगी।
हरिद्वार। प्रेमनगर आश्रम में सहकार भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पहुंचे सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह ने कहा कि सच में यदि हम किसानों के लिए, महिलाओं के लिए और स्वरोजगार के लिए कुछ करना चाहते हैं तो सहकारिता के माध्यम से हो सकता है। उत्तराखण्ड में 31.50 लाख लोग सहकारिता से जुड़े हैं। हर किसान का परिवार सहकारिता से जुड़ा है।
दीनदयाल किसान योजना के अन्तगर्त 5 लाख का ऋण 0 प्रतिशत पर 9 लाख को दिया गया है। लखपति दीदी का कांसेप्ट उत्तराखंड से है। महिला यदि कुछ करना चाहती है तो उसे सहयोग दिया जाएगा, 10 लाख तक का ऋण दिया जाएगा। सोलर पर युवाओं को सहयोग किया जा रहा हैं। सादे आठ हजार लोगो ने भाग लिया है। उन्होंने कहा कि आगे का समय युग परिवर्तन का है। उन्होंने कहा कि शक्तिवान कार्यकर्ताओं के कंधे पर देश का बोझ है।
देश का पहला समेकित सहकारिता विकास प्रोजेक्ट उत्तराखंड सरकार ने किया है। प्रधानमंत्री ने विश्व की पहली अन्न भंडारण योजना शुरू की है। हमे आम जन को सरकारी चक्र से बचाना है। आने वाला युग सहकारिता का युग है। प्रकृति, को हमे बचाना है या हमे प्रकृति बचाएगी। उस युग को संभालने के लिए संस्कार की आवश्यकता होती है। इसे संस्कारवान कार्यकर्ता सहकार भारती के है। इससे हमे अपनी क्षमता का विकास करना होगा।
उन्होंने कहा कि बंजर जमीन लीज पर लेकर सामूहिक खेती होगी जिसका सारा खर्च सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि मंडुआ ,रागी को प्रोत्साहित किया। उत्तराखण्ड में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वास्तविक किसान सहकारिता में नही आ रहा है। सहकारिता में उन्हें ही आगे लायेंगे जो हकीकत में किसानी कर रहा है। हर जिले केसामूहिक खेती होगी जिसका सारा खर्च सरकार करेगी।
उन्होंने कहा कि मंडुआ ,रागी को प्रोत्साहित किया। उत्तराखण्ड में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वास्तविक किसान सहकारिता में नही आ रहा है। सहकारिता में उन्हें ही आगे लायेंगे जो हकीकत में किसानी कर रहा है। हर जिले के 10-10 किसानों को वर्ष में दो बार भ्रमण के लिए भेजते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि भूमि, ऑर्गेनिक भूमि पर विशेष ध्यान देना चाहिए। गंगा किनारे ग्राम विकास योजना पर विशेष कार्य आरंभ करना चाहते हैं।
उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धनसिंह राव का सहकार भारती महिला सहकारिता प्रकोष्ठ की प्रमुख शताब्दी पांडे ने स्वागत किया। बैठक के दौरान महिला प्रकोष्ठ प्रमुख रेवती शेंदुरानिकार, स्वयं सहायता समूह प्रकोष्ठ की प्रमुख मधुबाला साबू, राष्ट्रीय सह प्रमुख हरनीत आर सिंह, संगीता तेंदुलकर, राष्ट्रीय मंत्री नंदिनी रॉय, नयना मकवाना, मीनाक्षी राय, लतारिशी चंद्राकर, उपस्थित सभी प्रमुख राष्ट्रीय महिला पदाधिकारियों ने उत्तराखंड में सहकारिता में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के निर्णय का अभिनंदन किया और सम्पूर्ण मातृशक्ति की ओर से हरिद्वार में आभार व्यक्त किया।