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आपके विचारराजनीति

आखिर क्यों नहीं बढ़ रहा मतदान प्रतिशत

आखिर क्यों नहीं बढ़ रहा मतदान प्रतिशत, प्रायः देखा गया है कि चुनाव से पूर्व प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं से संपर्क कर वोट अपील तो खूब की जाती है पर मतदाताओं को वोट डालने का सही तरीका नहीं बताया जाता है। #सुनील कुमार, बहराइच, उत्तर प्रदेश

साथियों, आज आप सबसे एक ऐसे विषय पर अपने विचार व्यक्त कर रहा हूं जिससे हम सबका सीधा सरोकार है। अभी हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बहुत से साथियों ने मतदान केंद्रों पर मतदान कार्मिक के रूप में अपना योगदान दिया होगा। इस दौरान सबका अपना-अपना अनुभव भी रहा होगा। लेकिन एक बात जो हम सबने महसूस की होगी कि शासन-प्रशासन द्वारा चलाए गए तमाम जागरूकता अभियानों के बाद भी जनपद में मतदान 60 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं कर सका।

इतने जन-जागरूकता अभियानों एवं इंतजामों के बाद भी आखिर जनपद का मत प्रतिशत क्यों नहीं बढ़ा ? इस लोकसभा चुनाव में एक कार्मिक के रूप में कार्य करते हुए जहां तक मेरा अनुभव रहा, कि आज भी अधिकांश मतदाताओं के पास मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध नहीं है, और जो उपलब्ध भी है उनमें तमाम विसंगतियां हैं। जिनके चलते बहुत से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित रह जाते हैं। हालांकि शासन- प्रशासन द्वारा मतदाता पहचान के लिए अन्य विकल्पों की भी व्यवस्था की गई है.

फिर भी विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड और बैंक पास बुक के अलावा अन्य वैकल्पिक पहचान पत्रों की भी किल्लत रहती है। मतदाता सूची में नये मतदाताओं के नाम जोड़ने, मतदाताओं को पहचान पत्र उपलब्ध कराने तथा पहचान पत्रों में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बीएलओ के माध्यम से पूरे साल अभियान चलाया जाता है। इसके बावजूद भी अधिकांश मतदाताओं के पास मतदाता पहचान पत्रों की अनुपलब्धता विचारणीय है। उदाहरण के लिए, मैंने जिस मतदान केंद्र पर मतदान कार्मिक के रूप में कार्य किया उस बूथ पर मात्र 54 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

बूथ पर पड़े कुल 412 मतों में से मात्र 23 मतदाताओं द्वारा ही पहचान पत्र के रूप में मतदाता पहचान पत्र का उपयोग किया गया, जो कि मात्र 6 प्रतिशत के करीब है। बाकी शेष मतदाताओं द्वारा पहचान के अन्य विकल्पों का उपयोग कर मतदान किया गया।यह भी गौरतलब है कि मतदाताओं द्वारा पहचान पत्र के रूप में प्रयोग किए जाने वाले अन्य विकल्पों में सबसे ज्यादा आधार कार्ड का प्रयोग किया गया। आगामी चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है कि चुनाव से पूर्व ही वोटर लिस्ट की सभी विसंगतियां दूर कर ली जाएं.

शत-प्रतिशत मतदाताओं के पास मतदाता पहचान पत्र की उपलब्धता सुनिश्चित की‌ जाए। साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष कर महिला मतदाताओं को मतदान से कम से कम एक माह पूर्व डमी ईवीएम के माध्यम से मतदान करने का सही तरीका बताया जाए। मेरा अनुभव रहा है कि बहुत से मतदाता मतदान कक्ष में पहुंचने पर ईवीएम का नीला बटन दबाने के बजाय ईवीएम पर प्रदर्शित चुनाव चिन्ह, लाल बत्ती या वीवीपेट को ही दबाने लगते हैं। ऐसा वो इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें मतदान का सही तरीका पता ही नहीं होता।

प्रायः देखा गया है कि चुनाव से पूर्व प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं से संपर्क कर वोट अपील तो खूब की जाती है पर मतदाताओं को वोट डालने का सही तरीका नहीं बताया जाता है। बेहतर हो यदि प्रचार के दौरान प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों द्वारा डमी ईवीएम के माध्यम से मतदाताओं को वोट डालने का सही तरीका भी बताया जाए तो अधिक से अधिक मतदाता वोट डालने के लिए प्रेरित होंगे और निश्चित रूप से मतदान प्रतिशत भी बढ़ेगा।

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आखिर क्यों नहीं बढ़ रहा मतदान प्रतिशत, प्रायः देखा गया है कि चुनाव से पूर्व प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं से संपर्क कर वोट अपील तो खूब की जाती है पर मतदाताओं को वोट डालने का सही तरीका नहीं बताया जाता है। #सुनील कुमार, बहराइच, उत्तर प्रदेश

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