निर्दलीय प्रत्याशी ने SDM के गाल पर जड़ दिया थप्पड़, देखें वीडियो
निर्दलीय प्रत्याशी ने SDM के गाल पर जड़ दिया थप्पड़, देखें वीडियो… उल्लेखनीय है कि नरेश मीणा पहले कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे लेकिन टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा ने पार्टी से बगावत कर दी थी। इस पर पार्टी ने उनको समझाने और मनाने का प्रयास किया था, लेकिन वे नहीं माने और निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े। उसके बाद कांग्रेस ने मीणा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
नई दिल्ली। राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। 7 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। इस बीच, टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मारने की खबर है। मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हुआ है। हालांकि हम वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टी नहीं करते है। इस बीच, नरेश मीणा पुलिस अधिकारियों से भी उलझते हुए दिखाई दिए। मामले के मुताबिक देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र की कचरावता ग्राम पंचायत के समरावत गांव के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर रखा था।
ग्रामीणों का कहना था कि उनका गांव पहले उनियारा उपखंड में था, लेकिन बाद में पिछली सरकार ने उनके गांव को उनियारा से हटाकर देवली में उपखंड में शामिल कर दिया था। इससे वे नाखुश हैं। ग्रामीण लंबे समय से मांग कर रहे थे कि उनके गांव को वापस उनियारा में शामिल किया जाए। अपनी इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर रखा था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी वहां ग्रामीणों से समझाइश कर रहे थे। उसी दौरान नरेश मीणा वहां ग्रामीणों का समर्थन करने पहुंच गए। समझाइश के दौरान मीणा और मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी के बीच हॉट टॉक हो गई। इस पर तैश में आए मीणा ने एसडीएम के थप्पड़ जड़ डाला।
इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने मीडिया को इस बारे में बताया कि नरेश मीणा मतदान केन्द्र पर भागते हुए आये और एसडीएम अमित चौधरी के साथ मारपीट की। इस मामले तुरंत संज्ञान ले लिया गया हैं और इस मामले में विधिक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि वह खुद मौके पर पहुंंचे हैं और मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया हैं। दूसरी तरफ आरएएस एसोसिएशन ने नरेश मीणा को गिरफ्तार करने की मांगी की है।
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उल्लेखनीय है कि नरेश मीणा पहले कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे लेकिन टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा ने पार्टी से बगावत कर दी थी। इस पर पार्टी ने उनको समझाने और मनाने का प्रयास किया था, लेकिन वे नहीं माने और निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े। उसके बाद कांग्रेस ने मीणा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मीणा की निर्दलीय चुनाव मैदान में डटने के बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया। मीणा के साथ युवा मतदाताओं की बड़ी फौज है।