इंसान में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश करता है ‘नशा’

इंसान में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश करता है ‘नशा’… मारिजुआना धूम्रपान करने वालों पर नाटक “4/20” दिन भांग का जश्न मनाने के लिए। संयुक्त राष्ट्र की 2007 की विश्व ड्रग रिपोर्ट ने अवैध नशीली दवाओं के व्यापार का मूल्य 322 अरब अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष रखा है।
जहानाबाद (बिहार)। अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर साहित्यकार व इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक ने कहा कि इंसान में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता नशा हानि । नशीली चीजों और पदार्थों के निवारण के लिए प्रत्येक वर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव में 7 दिसम्बर, 1987 ई. से अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाने का निर्णय लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाने के लिए निर्णय लिया हैं।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध नशीली दवाओं के व्यापार के खिलाफ 26 जून 1989 ई. को प्रतिवर्ष मनाया 26 जून की लिन ज़ेक्सू के हुमेन, ग्वांगडोंग में अफीम व्यापार को समाप्त करने की याद है। चीन में पहले अफीम युद्ध से ठीक पहले 25 जून, 1839 को समाप्त हुआ था। महासभा के संकल्प संख्या 42 /112 के तहत 7 दिसंबर 1987 क द्वारा पालन की स्थापना की गई थी।
वियना में 26 जून 1987 ई. को आयोजित नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में महत्वपूर्ण ग्रंथ ड्रग अबाउट कंट्रोल में भविष्य की गतिविधियों की व्यापक बहु-विषयक रूपरेखा और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की घोषणा) को अपनाया गया था।
17-26 जून 1987 के दौरान 17 – 26 जून 1987 के सम्मेलन ने सिफारिश की गयी नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई के महत्त्व को चिह्नित करने के लिए एक वार्षिक दिवस मनाया जाना चाहिए। एंटी-ड्रग प्रचारकों द्वारा 6/26 के रूप में संदर्भित मारिजुआना धूम्रपान करने वालों पर नाटक “4/20” दिन भांग का जश्न मनाने के लिए। संयुक्त राष्ट्र की 2007 की विश्व ड्रग रिपोर्ट ने अवैध नशीली दवाओं के व्यापार का मूल्य 322 अरब अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष रखा है।
अभियान, रैलियां, पोस्टर डिजाइनिंग और कई अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन को विभिन्न देशों के लोग एक साथ मनाते हैं। नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2019 की थीम ‘जस्टिस फॉर हेल्थ’ इस बात पर प्रकाश डालती है कि “नशीली दवाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए न्याय और स्वास्थ्य एक ही सिक्के के दो पहलू है।