साहित्य लहर
चाय का प्यार
डॉ. राहुल चौधरी
एक कफ चाय का प्यार
तुम्हारे पास आने का बहाना
या सुलगती धूप के, किसी छाव में
तुम्हारे और मेरे इस खलायत का
वास्तव में कुछ खास है ।।
सुबह जल्दी उठने का प्यार
तुम्हारे साथ टहलने का बहाना
या बेमौसम इस बरसात में
तुम्हारे और मेरे इस जज्बात का
वास्तव में कुछ खास है ।।
शाम को इंतजार करने का प्यार
तुम्हारे साथ चाय की चुस्की लेना
या बेफिक्र होकर साथ में चलना
तुम्हारे और मेरे इस एहसास का
वास्तव में कुछ खास है ।।
तुम्हें गुस्सा करके, मनाने का प्यार
तुम्हें बेमतलब सताने का प्यार
या बेफिक्र होकर, हाथों में हाथ डालकर टहलना
तुम्हारे और मेरे होठों के इस मुस्कान का
वास्तव में कुछ खास है ।।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »डॉ. राहुल चौधरीलेखक एवं कविAddress »नानपारा (बहराइच) उत्तर प्रदेश | Mob: 8542991046)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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