
जोधपुर। धर्म, संस्कृति और साहित्य की त्रिवेणी में समर्पित जोधपुर के वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार सुनील कुमार माथुर को ‘भामाशाह सम्मान पत्र’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें शोभावतों की ढाणी, खेमे का कुआं, पाल रोड पर आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के मीडिया प्रचार में दिए गए उनके विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।
यह सात दिवसीय भागवत कथा आयोजन दिनांक 15 जून से 21 जून 2025 तक भव्य रूप में सम्पन्न हुआ। कथा की प्रत्येक दिन की विशेषताओं और धार्मिक संदेशों को श्री माथुर ने अपने सशक्त लेखनी और पत्रकार कौशल के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाया। उन्होंने इस पावन आयोजन की प्रतिदिन समाचार-पत्रों और डिजिटल मीडिया में प्रभावशाली रिपोर्टिंग कर सनातन धर्म, भागवत ज्ञान और भक्ति परंपरा को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने का कार्य किया।
कथावाचक पूज्य रामचन्द्र महाराज ने कथा के अंतिम दिन, 21 जून को, विशाल श्रद्धालु समागम के बीच मंच से श्री सुनील कुमार माथुर को सम्मान पत्र भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। महाराज ने कहा कि, “धर्म के प्रचार-प्रसार में कलम की भूमिका आज के युग में अत्यंत आवश्यक हो गई है। श्री माथुर जैसे साहित्यसेवी पत्रकार इस यज्ञ में आहुति देते हुए सच्चे भामाशाह बनकर समाज में धर्म का प्रकाश फैला रहे हैं।”
गौरतलब है कि सुनील कुमार माथुर इससे पूर्व भी कन्हैया गौशाला एवं शोभावतों की ढाणी, पाल रोड में आयोजित भागवत कथाओं की रिपोर्टिंग कर चुके हैं। वे ‘देवभूमि समाचार पत्र’ के नियमित पाठक, लेखक तथा शुभचिंतक भी हैं। उनकी लेखनी न केवल धर्म बल्कि समाज के विविध पहलुओं को उजागर करती है।
उनके इस योगदान को देख यह स्पष्ट होता है कि धर्म और साहित्य जब एक साथ चलते हैं, तो समाज में चेतना, समरसता और सद्भावना का संचार होता है। ऐसे साहित्यकारों का सम्मान पूरे समाज का सम्मान है।