श्रद्धा के कत्ल से पहले की आखिरी ट्रिप, ऋषिकेश में बनाई थी इंस्टाग्राम रील

नई दिल्ली। दिल्ली में 5 महीने पहले लिव-इन पार्टनर की बेरहमी से हत्या करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी युवक आफताब ने पुलिस बताया कि कैसे और क्यों उसने 26 साल की श्रद्धा वाकर को मौत के घाट उतार दिया. आरोपी ने बताया कि 18 मई को उसने श्रद्धा की हत्या की थी. वहीं, अब श्रद्धा की इंस्टाग्राम रील सामने आई है जो कि उनके कत्ल से कुछ दिन पहले की है.
श्रद्धा का यह आखिरी ट्रिप बताया जा रहा है. इंस्टाग्राम में श्रद्धा ने 4 मई को इस आखिरी ट्रिप की रील भी डाली है. इसमें वह गंगा किनारे बैठी दिखाई दीं. यह वीडियो उत्तराखंड के ऋषिकेश का है. इंस्टाग्राम रील के साथ उन्होंने कैप्शन भी लिखा है जिससे पता लगता है कि श्रद्धा ट्रैवलिंग की काफी शौकीन थीं. उन्हें घूमना-फिरना काफी पसंद था. इंस्टाग्राम रील में श्रद्धा ने लिखा, ”तो मैंने रील बनाने की कोशिश की…1500 किलोमीटर की यात्रा के बाद मैंने अपने दिन को सनसेट के दृश्य के साथ समाप्त करने का फैसला किया. मैं वशिष्ठ गुफा में गंगा तट पर गई. किसे पता था मैं ऐसे गंगा के निर्मल तट पर बैठकर यहां की सुंदरता निहारते हुए ऐसे समय बिताऊंगी.”
बता दें, इसके बाद श्रद्धा की 18 मई 2022 को दिल्ली में लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. फिर उसके शव के 20 टुकड़े करके दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगा दिया. 5 महीने तक किसी को कुछ नहीं पता चला. इसके बाद श्रद्धा के पिता ने 8 नवंबर को दिल्ली पुलिस के पास मामला दर्ज करवाया कि उनकी बेटी का कहीं कुछ पता नहीं लग रहा है. जिसके बाद पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस से शनिवार को आफताब को ढूंढ निकाला.
वहीं, मृतका के पिता 59 वर्षीय विकास मदान वाकर ने बताया कि 8 नम्वबर को उन्होंने अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि वह परिवार सहित महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं. बेटी श्रद्धा जब आफताब के साथ मुंबई छोड़कर दिल्ली गई तो उन्हें कहीं से इसकी जानकारी मिल गई. उन्बें पता चला कि वे महरौली के छतरपुर इलाके में रहते हैं. किसी न किसी माध्यम से उन्हें बेटी की जानकारी मिलती रहती थी.
लेकिन मई महीने के बाद से उसके बारे में उन्हें कुछ भी पता नहीं लग पा रहा था. उसके फोन नंबर पर भी सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी नहीं मिला. फिर अनहोनी की आशंका होने पर वह आठ नवंबर को सीधे छतरपुर स्थित फ्लैट में गए जहां बेटी किराये पर रहती थी. वहां पर ताला बंद होने के बाद उन्होंने महरौली थाने में पहुंचकर पुलिस को अपहरण की सूचना दी और एफआईआर दर्ज कराई. जिसके बाद पता चला कि आफताब ने उसे मार डाला है.