वजूद सबका हैं अपना-अपना

सुनील कुमार माथुर
प्रायः लोग यह कहते हैं कि हम तो छोटे लोग हैं । हम आपकी बराबरी नहीं कर सकते । आपके बराबर का हमारा स्तर नहीं है । हम आपकी बराबरी नहीं कर सकते हैं । आदि – आदि । लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि वजूद सबका हैं अपना – अपना । हां यह ठीक हैं कि सूर्य के सामने दीपक को कोई वजूद नहीं है लेकिन अंधेरे के आगे बहुत कुछ हैं । कहने का तात्पर्य यह है कि आप अपने को किसी से भी कम न समझें ।
सबका अपना – अपना महत्व है । कोई कितना भी साधन – सम्पन्न या पैसे वाला या उच्च पद पर आसीन क्यों न हो लेकिन आपने देखा होगा कि वे व उनका परिवार ब्याह – शादी में या किसी बडी पार्टी में पतासे वाले व रोटी वाले के समझ गिडगिडाते है कि अंकल पहले मुझे दीजिए । पहले मुझे दीजिए । उस वक्त उनकी पद , वैभव , धन – दौलत कोई मायने नहीं रखती हैं उस समय वे उस छोटे से व्यक्ति के समझ प्लेट लिए याचना करते या गिडगिडाते कैसे लगते है क्या इसका अनुभव किया।
कहने का तात्पर्य यह है कि हर जगह व्यक्ति का अपना – अपना महत्व है । सुई का कार्य सुई ही करेगी न कि तलवार अतः अपने को कभी भी छोटा न समझें । बस अपना कार्य पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ सुचारू रूप से करें । कोई कार्य छोटा – बडा नहीं होता हैं । बस व्यक्ति को हमेशा शांति पूर्वक स्वविवेक से कार्य करना चाहिए । न कि अपनी मनमर्जी के कार्य करें।
जीवन में सदैव सकारात्मक सोच रखिए और फिर आगें बढें बिना सोचे समझे कोई भी कार्य न करे अपितु धैर्य के साथ कार्य करें । इससे आपका आत्मविश्वास व आत्म बल बढेगा सभी को साथ में लेकर चलें और उचित मार्गदर्शन लेकर कार्य करें तो कार्य करने का आनंद ही कुछ ओर होगा । अपनी जिम्मेदारियों को निभाये और पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ सुचारू रूप से कार्य करें तभी समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढेगी और मान – सम्मान व यश मिलेगा।
कभी भी किसी अजनबी पर विश्वास न करें अन्यथा किसी उलझन या मुसीबत में फंस सकते हैं । कोई आपके कार्य की सराहना करें या निंदा दोनों ही अच्छा हैं क्योकि प्रशंसा प्रेरणा देती हैं और निंदा सावधान होने का अवसर । आपको कितने लोग पहचानते हैं यह महत्व पूर्ण नहीं है मगर क्यों पहचानते हैं यह महत्व पूर्ण हैं । जिसका मन का भाव सच्चा होता हैं उसका हर काम अच्छा होता हैं।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
![]() |
From »सुनील कुमार माथुरलेखक एवं कविAddress »33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
---|
Very nice article
Nice article
Nice article
Nice article
Very nice article 👌
Nice article
Absolutely True
Nice article