आखिर फर्जी वोटिंग की बातें करके हम अपने लोकतंत्र को कलंकित क्यों करते हैं

राजीव कुमार झा
ममता बनर्जी ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा पर फर्जी वोटिंग से जीत हासिल करने का झूठा आरोप लगाकर देश को शर्मशार किया है। उन्होंने खुद सोनिया गांधी से झूठा विरोध कायम करके कांग्रेस को धोखा देकर पश्चिम बंगाल में सीपीएम के कमजोर पड़ने पर सत्ता को हथियाया और दिल्ली में अगर आप की जीत होती तो शायद वह ऐसे बेबुनियाद आरोप नहीं लगातीं।
देश में आम चुनावों को लेकर चुनाव आयोग की तारीफ होनी चाहिए और चुनाव आयोग की निगरानी की वजह से भारत का बहुदलीय लोकतंत्र अपनी गरिमा को लेकर संसार में प्रतिष्ठित है। शराब माफियाओं से साठ-गांठ करने के कारण दिल्ली में मतदाता आप से नाराज़ थे और मनीष सिसोदिया ने भी अपने उट-पटांग वक्तव्यों से इस पार्टी से दिल्ली की जनता को नाराज़ कर दिया था।
ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल में अब अपनी हार का डर सता रहा है और इसलिए वह बेबुनियाद बातें कर रही हैं। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में केन्द्र के द्वारा गरीबों को उपलब्ध कराया गया मुफ्त राशन तक ठीक से नहीं बंटवाया है और वहां गरीब कोलकाता की सड़कों पर भूखों मर रहे हैं और नेपाल की लड़कियों की तरह से बंगाल की लड़कियां बिहार के लाइन होटलों में आकर देह बेचने के लिए मजबूर हो रही हैं।