युवाओं को आदर्श संस्कार देने का आव्हान

युवाओं को आदर्श संस्कार देने का आव्हान, इस अवसर पर महेश माथुर ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विवेकानंद ने सभी को सहिष्णुता का पाठ पढ़ाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कायस्थ जनरल सभा जोधपुर के अध्यक्ष नरेश माथुर ने की व विशिष्ट अतिथि अशोक माथुर थे। #कार्यालय संवाददाता
जोधपुर। युवा शक्ति राष्ट्र की शक्ति है जिसे संस्कारित करने की नितांत आवश्यकता है ताकि वह अपराधों से दूर रहे। यह उद् गार साहित्यकार सुनील कुमार माथुर ने कायस्थ जनरल सभा के तत्वावधान में स्थानीय कायस्थ सामुदायिक भवन में स्वामी विवेकानंद की जयन्ती पर ”आज के संदर्भ में स्वामी विवेकानंद के विचारों की आवश्यकता”विषयक विचार गोष्ठी में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए । माथुर ने कहा कि युवा अपनी शक्ति को पहचानें और रचनात्मक कार्यों में लगाये।
इंजि निर्मल माथुर ने कहा कि युवा कभी भी अपने आपको कमजोर न समझे और एक बार में एक ही कार्य करें। युवा चिंता नहीं चिंतन करते हुए मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करते हुए अपने सपनों को साकार करें। रमेश माथुर ने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को संस्कारवान बनाये।
डॉ रूपेश माथुर ने कहा कि हमें अपने धर्म का व्यापक प्रचार-प्रसार करना चाहिए। चूंकि हमारे हिन्दू धर्म ने सभी को गले लगाया। श्रीमती मनीषा माथुर ने कहा कि समय पर संकल्प पूरा करने से ही विश्वास बना रहता हैं। वहीं दिन में व्यक्ति एक बार अपने आप से अवश्य ही मिले , अगर हम ऐसा नहीं करते है तो समझो हमने एक महत्वपूर्ण व्यक्ति खो दिया। उन्होंने कहा कि अगर दिल और दिमाग में टकराव हो तो दिल की ही सुने।
इस अवसर पर महेश माथुर ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विवेकानंद ने सभी को सहिष्णुता का पाठ पढ़ाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कायस्थ जनरल सभा जोधपुर के अध्यक्ष नरेश माथुर ने की व विशिष्ट अतिथि अशोक माथुर थे। कार्यक्रम के अन्त में निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रारम्भ में स्वामी विवेकानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
झलकियां
- समारोह स्थल का सभा कक्ष खराब मौसम के बावजूद भी श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ था।
- वक्ताओं के उद् बोधन के साथ ही हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था।
- निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, ध्दितीय व तृतीय स्थान पर छात्राओं ने बाजी मारी।
- करीबन दो घंटे तक चले कार्यक्रम को श्रोताओं ने शांति पूर्वक सुना।
- के जी एस के अध्यक्ष नरेश माथुर ने घोषणा की कि ऐसे रचनात्मक कार्यों में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी।