राजगीर : जाड़े के मौसम में बिहार का सबसे सुंदर पर्यटन स्थल
राजगीर पटना बख्तियारपुर रेलमार्ग के अलावा गया तिलैया रेलमार्ग से आया था सकता है। गया पटना इस नगर के निकटतम हवाई अड्डे हैं। राजगीर अब उच्च शिक्षा का भी केन्द्र है और संस्कृति मंत्रालय के द्वारा यहां नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय को भी स्थापित किया गया है। #राजीव कुमार झा
राजगीर बिहार का सबसे प्राचीन नगर कहा जाता है और इन दिनों यहां पर्यटकों की काफी आवाजाही सबका ध्यान इस नगर की ओर आकृष्ट कर रही है। यह नगर महाभारत कालीन माना जाता है और इस ग्रंथ में जरासंध को यहां का राजा कहा गया है। पौराणिक युग की इस कथा से आगे ऐतिहासिक काल में यह मगध के शासक अजातशत्रु की राजधानी रहा और यहां इसके किले के अवशेष सुरक्षित हैं।
राजगृह के तपोवन में हिन्दू मंदिर और गर्म पानी के कुंड स्थित हैं। बौद्ध ग्रंथों के अनुसार यहां के गृद्धकूट पर्वत के एक शैलाश्रय में भगवान बुद्ध वर्षावास किया करते थे। इससे थोड़ी दूर पर एक दूसरे पहाड़ पर विश्व शांति स्तूप स्थित है। यहां रज्जू मार्ग के अलावा सीढ़ी मार्ग से भी लोग जाते हैं। पांडु पोखर को भी महाभारत काल का माना जाता है।
अब इसे बिहार पर्यटन ने सुंदर उद्यान का रूप दे दिया है। इसके पास जापानी मंदिर भी दर्शनीय है। राजगीर का मलमास मेला प्रसिद्ध है। राजगीर का घोड़ा कटोरा भी शांत सुंदर रमणिक स्थल है। यहां नौकायन की सुविधा है। हाल में राजगीर में जंगल सफारी भी बनाया गया है और यहां सैलानियों को निकट से जंगली जानवरों को देखने का मौका मिलता है।
राजगीर पटना बख्तियारपुर रेलमार्ग के अलावा गया तिलैया रेलमार्ग से आया था सकता है। गया पटना इस नगर के निकटतम हवाई अड्डे हैं। राजगीर अब उच्च शिक्षा का भी केन्द्र है और संस्कृति मंत्रालय के द्वारा यहां नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय को भी स्थापित किया गया है।