पति से तंग आकर डॉक्टर ने मौत को गले लगाया, परिवहन व्यवसायी से…
पति से तंग आकर डॉक्टर ने मौत को गले लगाया, परिवहन व्यवसायी से 23 करोड़ की ठगी… गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुनील उर्फ भोंदू दयाराम गेंड्रे (31) और उसकी पत्नी श्वेता (27) के रूप में की गई है। वहीं, निःसंतान दंपती की पहचान ठाणे जिले के बदलापुर निवासी पूर्णिमा शेल्के (32) और उसके पति स्नेहदीप धरमदास शेल्के (45) के रूप में की गई है।
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर शहर में रविवार को 26 वर्षीय नवविवाहिता डॉक्टर प्रतीक्षा भुसारे ने कथित तौर पर छत के पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। मृतका के शव के पास से पुलिस को सात पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसके पति द्वारा उसके चरित्र पर सवाल उठाने और उसके फोन कॉल रिकॉर्ड और संदेशों की जांच करने के कारण उसके उत्पीड़न के बारे में विवरण दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सुसाइड नोट के अनुसार, डॉक्टर की शादी पांच महीने पहले 27 मार्च को हुई थी। उसके पिता ने आरोप लगाया कि रूस से एमबीबीएस करने वाला पति अपना अस्पताल खोलना चाहता था। वह लगातार उसकी बेटी पर माता-पिता से पैसे लाने के लिए दबाव बना रहा था। पुलिस ने डॉक्टर के परिवार की शिकायत पर सिडको पुलिस स्टेशन में पति के खिलाफ दहेज हत्या और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
मुंबई में एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी से तीन लोगों ने कथित तौर पर 23 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर ली। तीनों के खिलाफ मुंबई के दहिसर पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी सहित भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। मंगलवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता मनोहर गोविंद सकपाल के पास 117 बसें हैं। उन्होंने वैभव रवींद्र कुमार शर्मा, जीतेंद्र गुल्लू थडानी और सुनील गुल्लू थडानी को बैंकों से ऋण पर ली गई अपनी बसें बेचने के लिए कहा। व्यवसायी ने उन्हें अपनी बसें बेचने, बैंक का बकाया चुकाने और एकमुश्त निपटान के बाद ऋणदाताओं से एनओसी प्राप्त करने का काम सौंपा और तीनों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। काम के बदले तीनों ने व्यवसायी से 23 करोड़ रुपये लिए थे, लेकिन काम पूरा नहीं कर पाए। व्यवसायी ने उनसे काम के बारे में पूछा तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला और न ही पैसे वापस किए।
शेयर ट्रेडिंग निवेश पर आकर्षक रिटर्न का वादा करने की आड़ में साइबर जालसाजों ने एक पेंट्स कंपनी के 53 वर्षीय प्रबंधक से कथित तौर पर 53 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि प्रबंधक ने 5 मई को इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें शेयर बाजार में ट्रेडिंग के जरिए निवेश पर आकर्षक रिटर्न का जिक्र था। विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद उसे ‘एमएसएफएल स्टॉक चार्ट 33’ नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसमें 140 सदस्य थे। पीड़ित ने ग्रुप एडमिन जूही पटेल से संपर्क किया और पैसे निवेश करने की इच्छा जताई। जूही ने उसे लिंक भेजकर पेन कार्ड-आधार कार्ड का विवरण देने को कहा, जिसके बाद ‘मारवाड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज’ के तहत एक आभासी खाता खोला।
फूड टेस्टिंग लैब को आरम्भ करने के लिए मिली ‘2 माह की डेडलाइन’
मैनेजर ने खाते में 53 लाख रुपये से अधिक जमा किए, जिसके बाद उसे वर्चुअल खाते में 26.95 करोड़ रुपये का ‘मुनाफा’ दिखा। पीड़ित ने कर चुकाने के लिए 30 लाख रुपये निकालना चाहा तो ग्रुप एडमिन ने उसे 80.55 लाख रुपये जमा करने के लिए कहा। जिसके बाद उसे धोखाधड़ी का एहसास हुआ। पीड़ित की शिकायत के बाद मध्य क्षेत्र साइबर पुलिस स्टेशन में दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले में मंगलवार को विपक्ष की आलोचना झेल रहे भाजपा नेता आशीष शेलार ने माफी मांगी। उन्होंने कहा कि वह महाराष्ट्र सरकार की ओर से लोगों से माफी मांग रहे हैं। मुंबई भाजपा इकाई के प्रमुख शेलार ने संवाददाताओं से कहा, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का ढहना बिल्कुल दुर्भाग्यपूर्ण, दर्दनाक और परेशान करने वाला है।
हम इस घटना पर सरकार की ओर से महाराष्ट्र के सभी निवासियों से माफी मांगते हैं।’ मुंबई से विधायक शेलार ने कहा हमारे गौरव, स्वाभिमान और हिंदुत्व को बनाए रखने के लिए श्रद्धेय शिवाजी महाराज की मूर्ति फिर से बनाई जाएगी। नागपुर पुलिस ने पांच दिन के बेटे को कथित तौर पर एक नि:संतान दंपती को 1.10 लाख रुपये में बेचने के आरोप में माता-पिता सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आरोपी माता-पिता ने आर्थिक तंगी के चलते अपने नवजात शिशु को निःसंतान दंपती को बेच दिया, जो गोद लेने के लिए उत्सुक थे लेकिन कानूनी गोद लेने की प्रक्रिया को दरकिनार कर दिया। माता-पिता के अलावा, पुलिस ने बच्चे को खरीदने वाले जोड़े और सौदे में मदद करने वाले दो मध्यस्थों को भी गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुनील उर्फ भोंदू दयाराम गेंड्रे (31) और उसकी पत्नी श्वेता (27) के रूप में की गई है। वहीं, निःसंतान दंपती की पहचान ठाणे जिले के बदलापुर निवासी पूर्णिमा शेल्के (32) और उसके पति स्नेहदीप धरमदास शेल्के (45) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि दोनों मध्यस्थों की पहचान नागपुर निवासी किरण इंगले (41) और उनके पति प्रमोद इंगले (45) के रूप में हुई है। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा के गिरने पर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्ष ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की है। वहीं, इस मामले में मालवण पुलिस ने ठेकेदार जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल चार दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना दिवस पर इस प्रतिमा का अनावरण किया था। दूसरी तरफ, भारतीय नौसेना ने प्रतिमा गिरने की घटना की जांच के लिए एक टीम तैनात की है। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि प्रतिमा का गिरना दुखद है। इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। प्रतिमा के निर्माण की देखरेख राज्य सरकार ने नहीं, बल्कि नौसेना ने की थी। सिंधुदुर्ग से ताल्लुक रखने वाले महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने उसी स्थान पर शिवाजी महाराज की 100 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।