प्लास्टिक और पालीथीन का सदुपयोग जरूरी
पिथौरागढ। एक ओर जहां प्लास्टिक और पालीथीन पर रोक के लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान संचालित हो रहे हैं वहीं अभिलाषा सोसाइटी ने अनुपयोगी प्लास्टिक और पालीथीन के सदुपयोग की मुहिम भी शुरू कर दी है। यह अभियान पूरे साल संचालित किया जाएगा।
सोसाइटी ने अभिलाषा एकेडमी डीडीहाट और न्यू ऐरा एकेडमी कनालीछीना में बढ़ते प्लास्टिक उपयोग एवं पर्यावरण में इसके दुष्प्रभाव विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की। वक्ताओं ने प्लास्टिक और पालीथीन के उपयोग को जैव विविधता संरक्षण के लिए अत्यंत घातक बताते हुए इनका उपयोग कम से कम करने की अपील की गई।
अभिलाषा एकेडमी ने शुरू की मुहिम
कह कि यत्र तत्र बिखरे पड़े प्लास्टिक और पालीथीन का सदुपयोग करके प्रकृति को हो रहे नुकसान को कम तो किया ही जा सकता है साथ ही प्रकृति को संवारने में इनका उपयोग किया जा सकता है। अनुपयोगी प्लास्टिक और पालीथीन से पौधों को ड्रिप सिंचाई दी जा सकती है। गमले तैयार किए जा सकते हैं। कलमदान, पेंसिलबाक्स समेत अन्य उपयोगी घरेलू चीजें बनाई जा सकती हैं।
गोष्ठी के बाद स्कूली बच्चों ने प्लास्टिक के खाली डिब्बे व बोतल काटकर उनमें पौधा रोपण का कार्य एवं विभिन्न प्रकार की खेल सामग्री एवं सजावटी सामान बनाकर प्रदर्शन किया गया. इस मुहिम का संचालन विद्यालय के मुख्य प्रशासक मोहित बिष्ट ने किया।
प्लास्टिक के पुनः उपयोग एवं पर्यावरण संरक्षण विषय पर जैव विविधता में शीध कर चुकी डॉक्टर अनिता जोशी, मुस्कान सामाजिक उत्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष जगदीश कलौनी, अभिलाषा समितिअध्यक्ष डॉक्टर किशोर कुमार पंत, विद्यालय प्रबंधक एवं समन्वयक जैव विविधता संरक्षण चंचल सिंह नितवाल, दीपा चौहान, स्नेहलता पाटनी ने विचार रखे।
डाक्टर पंत ने बताया कि पूरे वर्ष जैव विविधता संरक्षण पर लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें प्लास्टिक और पालीथीन के सदुपयोग पर लोगों को जागरुक किया जाएगा।